BCCI Action Plan On Mayank Yadav: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मयंक यादव को इस साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ले जाने का प्लान बनाया है। बोर्ड आईपीएल के बाद मयंक यादव के लिए कॉप्रिहेंसिव ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मयंक बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) जाएंगे, जहां बायोमैकेनिक्स एक्सपर्ट्स और तेज गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूली के अंडर में वह बॉलिंग की बारिकियां सीखेंगे। यहां उनका मेडिकल टेस्ट भी किया जाएगा। BCCI की प्लानिंग है कि नवंबर में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। इससे पहले मयंक यादव को इंडिया ए के साथ वहां भेजा जाए। इंडिया ए जून या जुलाई में ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर सकती है।
जल्दबाजी के मूड में नहीं BCCI
21 साल के मयंक इस आईपीएल सीजन में लगातार 150 किमी. प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से गेंद फेंककर धूम मचा दी थी। आपको बता दें कि इससे पहले भी मयंक यादव पहले ही दो चोटों का दर्द झेल चुके हैं। सीजन में अप्रैल की शुरुआत में गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच के दौरान मयंक एक ओवर फेंकने के बाद वापस चले गए। जांच के बाद पता चला कि उनके पेट के निचले हिस्से में दर्द है। इसके बाद वह पिछले मंगलवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ वापसी करने मैदान में उतरे, लेकिन सिर्फ 3.1 ओवर फेंकने के बाद उन्हें वापस जाना पड़ा। इससे पहले चोट के दौरान वह पांच मैचों में नहीं खेल पाए थे, जहां पूर्व खिलाड़ी मयंक को तेजी से राष्ट्रीय स्तर पर लाने के पक्ष में हैं, वहीं बीसीसीआई जल्दबाजी के मूड में नहीं है। ब्लकि चयनकर्ता अब मयंक को राष्ट्रीय तेज गेंदबाजी अनुबंध में शामिल करने के लिए चर्चा कर रहे हैं, जिसे इस साल की शुरुआत में पेश किया गया था।
मयंक के आईपीएल कमिटमेंट्स खत्म होने के बाद BCCI उन्हें NCA भेजेगा, जहां उनके टेस्ट और मेडिकल टेस्ट किए जाएंगे। इसके बाद मयंक को फिजियो को सौंप दिया जाएगा। जहां हो सकता है कि मयंक के गेंदबाजी एक्शन में रनिंग मैकेनिक्स, लैंडिंग और फॉलो-थ्रू में मामूली बदलाव हो।
MRF पेस फाउंडेशन के स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच रामजी श्रीनिवासन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऑफिसियल ट्रेनिंग शुरू होने से पहले मयंक यादव को पैन फ्री होना पड़ेगा। दौड़ने में उन्हें किसी भी तरह का दर्द नहीं हो, यह तय करने के बाद अगली बायो मैकेनिक्स और बॉलिंग पर फोकस किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मयंक की बैकफुट लैंडिंग बड़ा कंसर्न है, इससे भविष्य में पीठ में चोट लग सकती है। ऐसा ही फॉलो-थ्रू में मयंका का बायां हाथ कूल्हे के अंदर फंस रहा है, इससे साइड स्ट्रेन हो सकता है। रामजी श्रीनिवासन ने कहा कि बायो मैकेनिक्स के आधार पर मयंक यादव पर काम किया जाएगा। 2022 में फॉर्स्ट क्लॉस में डेब्यू करने के बाद से मयंक ने बड़े फॉर्मेट का कोई भी मैच नहीं खेला है, क्योंकि उन्हें पहले भी क्वाड्रिसेप्स चोट का सामना करना पड़ा था।
मयंक के लिए दो प्लान तैयार
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ता इंडिया ए टीम दौरे के लिए युवा तेज गेंदबाजों को भेजने की योजना बना रहे हैं। यहां ऑस्ट्रेलियाई विंटर सीजन के दौरान मल्टी डे क्रिकेट होगा। यदि मयंक यादव उस दौरे के लिए फिट हो गए और उनके लिए यह दौरा काफी अच्छा हो सकता है। यदि वह फिट नहीं हुए तो उन्हें दलीप ट्रॉफी में भी खेलते हुए देख सकते हैं।
कूली के देखरेख में उबरेंगे मयंक यादव
NCA में मयंक को बायोमैकेनिक्स एक्सपर्ट्स और तेज गेंदबाजी कोच ट्रॉय कूली की देखरेख में रखा जाएगा। कूली ने पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस के साथ उनके शुरुआती दिनों में काम किया था, जब कमिंस अपने टेस्ट डेब्यू के तुरंत बाद कई चोटों से पीड़ित थे। 2011 से 2016 तक कमिंस को एड़ी में चोट, साइड स्ट्रेन, दो बैक स्ट्रेस फ्रैक्चर का सामना करना पड़ा था। कूली ने तेज गेंदबाज के साथ मिलकर काम किया और उनकी सफल वापसी कराई। बीसीसीआई के सूत्र स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच एस रजनीकांत के शामिल होने की संभावना से भी इनकार नहीं करते हैं, जिन्होंने बुमराह की वापसी में मदद की।