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Devdutt Padikkal: भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला में खेले जा रहे 5वें टेस्ट में देवदत्त पडिक्कल ने डेब्यू किया। इसके साथ ही वह इस सीरीज में डेब्यू करने वाले 5वें भारतीय खिलाड्री बने। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही फिफ्टी ठोक दी।

Devdutt Padikkal: भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला में खेले जा रहे 5वें टेस्ट में देवदत्त पडिक्कल ने डेब्यू किया। इसके साथ ही वह इस सीरीज में डेब्यू करने वाले 5वें भारतीय खिलाड़ी बने। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही फिफ्टी ठोक दी। पडिक्कल ने 86वें ओवर में शोएब बशीर की गेंद पर लॉन्ग ऑन के ऊपर से सिक्स लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, वह डेब्यू पर अर्धशतक को शतक में तब्दील नहीं कर पाए और 103 गेंद में 65 रन की पारी खेलकर आउट हुए। दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद देवदत्त पडिक्कल ने डेब्यू टेस्ट को लेकर बड़ा खुलासा किया। 

मुझे एक रात पहले मैसेज मिला
दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद पडिक्कल ने कहा, "मुझे एक रात पहले मैसेज मिला कि मैं खेल सकता हूं, इसलिए उस रात सोना मुश्किल था। घबराहट थी लेकिन यही वो दिन हैं जिनके लिए आप जी रहे हैं।" डेब्यू को लेकर देवदत्त पडिक्कल ने कहा, मैं बस तैयार रहना चाहता था। मुझे एक दिन पहले मैसेज मिल कि मेरे डेब्यू की संभावना है। ऐसे अवसर दुर्लभ हैं और मैं इस चुनौती के लिए तैयार था। मैं अंदर जाते हुए थोड़ा घबरा रहा था, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि मैं उस ऊर्जा का उपयोग पॉजिटिव तरीके से करूं। शुरुआत में बल्लेबाजी करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण था। मैं अपना सिर झुकाकर सरफराज के साथ साझेदारी बनाना चाहता था।"

रविचंद्रन अश्विन ने सौंपी डेब्यू कैप
अपना 100वां टेस्ट खेल रहे रविचंद्रन अश्विन ने देवदत्त पडिक्कल को डेब्यू कैप सौंपी। डेब्यू कैप को लेकर पडिक्कल ने कहा, "यह एक विशेष एहसास है। चाहे परिस्थितियां कुछ भी हों, उस सपने में जीना कुछ विशेष है। शुरुआत में मैं बल्लेबाजी को लेकर थोड़ा असमंजस में था, लेकिन एक बार जब मैं सेट हो गया, तो यह काफी आसान हो गया। जेम्स एंडरसन और बेन स्टोक्स शीर्ष गुणवत्ता वाले गेंदबाज हैं, जिनका आप सामना कर रहे हैं। यह चुनौतीपूर्ण था, लेकिन मैं विकेट का आदी होना चाहता था। पिछले कुछ वर्षों में यह चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि मेरे साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं। इसलिए जब आप घर पर बैठे हैं और कुछ नहीं कर रहे हैं, तो यह निश्चित रूप से सुखद एहसास नहीं था, लेकिन मैं चाहता था कि जब भी मौका मिले, मैं उसका भरपूर फायदा उठाऊं।"

राहुल द्रविड़ ने दिया गुरु मंत्र
देवदत्त पडिक्कल ने कहा, "डेब्यू के दौरान परिचित चेहरों का होना हमेशा अच्छा होता है, खासकर राहुल सर ने एक्सप्लेन किया कि पहले 10-15 मिनट में आपको घबराहट होगी, लेकिन बाहर जाएं और इसका आनंद लें। उन शब्दों ने निश्चित रूप से मेरी मदद की। मुझे लगा कि हम थोड़ी आखिरी सत्र में थोड़ी बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे। हमारे पास 3 गुणवत्ता वाले स्पिनर हैं और वे निश्चित रूप से (कल) खेल में आएंगे।"

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