नई दिल्ली। हार्दिक पंड्या की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुईं हैं। जब सारी चर्चा इस बात को लेकर हो रही कि हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर की वजह से भारतीय टी20 टीम की कप्तानी की रेस में हार्दिक साथी सूर्यकुमार से हार गए, तो अब ये बात सामने आई है कि अब वनडे टीम में भी उनकी जगह पक्की नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हार्दिक ने निजी वजहों का हवाला देकर श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज से ब्रेक लेने का फैसला लिया था। हालांकि, सेलेक्शन कमेटी के कुछ सदस्य हार्दिक के इस फैसले से खुश नहीं हैं। टीम मैनेजमेंट हार्दिक को लेकर क्या सोच रहा है, ये उन्हें बता दिया गया है।
दरअसल, हार्दिक की फिटनेस उनकी कप्तानी की राह में आड़े आ गई। जब मंगलवार को सेलेक्टर्स और हेड कोच गंभीर ने उनसे बात की, तो ये साफ कर दिया कि वे कप्तानी के लिए उनसे आगे देख रहे हैं। हालांकि, हार्दिक को ये जरूर बताया गया कि एक ऑलराउंडर के रूप में वो टीम के लिए असेट हैं और उन्हें उसी नजरिये से देखा जा रहा है। लेकिन, समस्या ये थी कि उन्हें अपने कोटे के 10 ओवर पूरा करने के लिए पूरी तरह फिट होना भी जरूरी है।
घरेलू क्रिकेट से ही टीम इंडिया में हार्दिक की वापसी होगी
इस साल की शुरुआत में, बीसीसीआई सचिव जय शाह ने यह साफ कर दिया था कि अगर कोई खिलाड़ी चोट के कारण बाहर होने के बाद भारतीय टीम में वापसी करना चाहता है, तो उसे घरेलू क्रिकेट के लिए खुद को उपलब्ध कराना होगा। रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह के लिए कुछ अपवाद हैं। लेकिन हार्दिक को ये छूट नहीं मिली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंभीर ने हार्दिक के साथ बातचीत के दौरान स्टार ऑलराउंडर को बताया कि उन्हें अपनी गेंदबाजी फिटनेस साबित करने के लिए बड़ौदा के लिए विजय हजारे ट्रॉफी खेलनी होगी।
गंभीर ने हार्दिक से फोन पर बात की थी
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, "गंभीर ने कॉल पर हार्दिक को यह भी याद दिलाया कि वह उन्हें वनडे में अपना पूरा कोटा गेंदबाजी करते हुए देखना चाहते हैं।"
हार्दिक की वनडे टीम में वापसी आसान नहीं
हार्दिक ने वनडे विश्व कप के बाद से कोई भी वनडे मैच नहीं खेला है। बांग्लादेश के खिलाफ ग्रुप-स्टेज मैच में गेंदबाजी करते समय उनके टखने में मोच आने के कारण वो बीच टूर्नामेंट से ही बाहर हो गए थे। उस चोट के कारण वे चार महीने तक मैदान से बाहर रहे। वह दक्षिण अफ्रीका दौरे में कोई भूमिका नहीं निभा पाए थे।
फिटनेस साबित करने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना होगा
उन्होंने पूरा आईपीएल सीजन खेलकर अपनी फिटनेस साबित की और टी20 विश्व कप के लिए उनका चयन स्वतः हो गया, जहां उन्होंने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। लेकिन चयनकर्ता और कोच गंभीर अभी भी आश्वस्त नहीं हैं कि उनका शरीर वनडे के लिए तैयार है।
पंड्या के पास अपनी फिटनेस साबित करने का अगला मौका जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों में होगा। लेकिन अगर वह अगले साल फरवरी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुने जाना चाहते हैं तो उनकी असली परीक्षा घरेलू सीजन में होगी।