नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अगले सीजन के रोडमैप पर चर्चा के लिए 31 जुलाई को सभी 10 आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिकों की मीटिंग बुलाई है। दिसंबर में होने वाले मेगा ऑक्शन के साथ, प्लेयर रिटेंशन नीति और राइट टू मैच को लेकर सभी फ्रेंचाइजी बोर्ड का रुख जानना चाहते हैं और मीटिंग में इसी को लेकर चर्चा हो सकती है।
साथ ही IPL 2025 के लिए हर टीम के सैलरी पर्स को बढ़ाकर 130-140 करोड़ किया जा सकता है। साल 2022 मेगा ऑक्शन के लिए सैलरी पर्स 90 करोड़ रुपये था। यानी टीमों के पास खिलाड़ियों को खरीदने के लिए ज्यादा पैसा होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीएल के सीईओ हेमंग अमीन ने गुरुवार सुबह सभी फ्रेंचाइजी को अगले हफ्ते की बैठक के बारे में जानकारी दे दी है। हालांकि, ये बैठक कहां होगी, ये अभी फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन, ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई वानखेड़े स्टेडियम कैंपस में बने अपने नए हेडक्वार्टर में ही इस मीटिंग का आयोजन करेगी।
2018 के आईपीएल मेगा ऑक्शन में फ्रेंचाइजी को अधिकतम 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की मंजूरी मिली थी। तीन नीलामी के जरिए और अन्य राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करके। हालांकि, जब दो नई टीमें गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स 2022 में अस्तित्व में आईं तो फिर मेगा ऑक्शन में हर फ्रेंचाइजी ने अधिकतम 4 खिलाड़ियों को रिटेन रखा।
RTM पर बैठक में होगी चर्चा
इससे गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स को बड़े पूल में से खिलाड़ियों को चुनने की अनुमति मिल गई। लेकिन, मौजूदा 8 फ्रेंचाइजी को अपनी कोर खिलाड़ियों से हाथ धोना पड़ा या उनकी कोर यूनिट टूट गई। हालांकि, इस बार फ्रैंचाइजी राइट टू मैच विकल्प को लाने के लिए जोर लगा रही है। वहीं, रिटेन किए गए खिलाड़ियों की संख्या को भी बढ़ाकर 8 करने की मांग की जा रही।
रिटेन खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने पर विचार होगा
इस साल, मार्च में ही आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन अरुण धूमल ने कहा था कि फ्रेंचाइजी केवल 3-4 खिलाड़ियों को ही रिटेन कर सकती हैं और बाकी खिलाड़ियों को नीलामी में खरीदना होगा ताकि सभी फ्रेंचाइजी के लिए समान अवसर सुनिश्चित हो सके।लेकिन बैठक से पहले, बोर्ड ने नीलामी के नए दिशा-निर्देशों को औपचारिक रूप देने से पहले 'प्रतीक्षा करें और देखें' का दृष्टिकोण अपनाया है।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा,"हम फ्रेंचाइजी के साथ हर पहलू पर चर्चा करेंगे और उसके अनुसार भविष्य की रणनीति तय करेंगे। हम एक स्वस्थ चर्चा चाहते हैं और इसका एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी फ्रेंचाइजी को बराबर मौका मिल सके।"
इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर बहस की उम्मीद
बैठक में खिलाड़ियों को बनाए रखने और राइट टू मैच के मुद्दे पर मुख्य रूप से चर्चा होगी, लेकिन सैलरी कैप में संशोधन और इम्पैक्ट प्लेयर नियम को एक और सीजन के लिए जारी रखने के बारे में भी बातचीत होगी।
पिछले सीजन में रोहित शर्मा और विराट कोहली समेत कई खिलाड़ियों ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर नाखुशी जताई थी। लेकिन, आईपीएल में इसे खत्म किए जाने की संभावना नहीं है क्योंकि कई हितधारकों - जिनमें फ्रेंचाइजी और ब्रॉडकास्टर शामिल हैं - का मानना है कि नए नियम ने टूर्नामेंट को और अधिक रोमांचक और साथ ही अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है।