Pakistan team unhappy with Mohammed Hafeez : न्यूजीलैंड दौरे पर गई पाकिस्तान क्रिकेट टीम में फूट पड़ गई है। खिलाड़ियों ने कोच के खिलाफ बगावत कर दी है। ऐसा टीम के प्रदर्शन से ज्यादा, कोच मोहम्मद हफीज के रवैये के कारण हुआ है। पाकिस्तान की टीम न्यूजीलैंड से 5 टी20 की सीरीज खेल रही है और फिलहाल 0-2 से पिछड़ रही है।
पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से ऐसी खबरें आ रहीं हैं कि पाकिस्तान टीम के सीनियर खिलाड़ी और कोच मोहम्मद हफीज के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं। वो हफीज के लंबी मीटिंग लेने से नाराज हैं और इसका असर अब टीम पर पड़ने लगा है। रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ खिलाड़ी, जिनका नाम नहीं सामने आया है, वो ऑस्ट्रेलिया दौरे और अब न्यूजीलैंड टूर में हफीज द्वारा की गई टीम मीटिंग से खुश नहीं हैं।
हफीज की लंबी मीटिंग से खिलाड़ी खफा
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से ये कहा गया है कि हफीज बहुत लंबी टीम मीटिंग लेते हैं और लंबे-लंबे लेक्चर देते हैं। इससे कई खिलाड़ी परेशान हैं क्योंकि कोच बार-बार एक ही बात कहते हैं। हफीज की लंबी मीटिंग ही खिलाड़ियों की नाराजगी की वजह नहीं है। खबर ये भी है कि वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर हफीज का रुख भी उनके गुस्से का एक कारण है।
खिलाड़ी एनओसी जारी करने को लेकर कोच से नाखुश
मीडिया रिपोर्ट ये में दावा किया गया है कि खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलने के लिए NOC जारी करने में भेदभाव को लेकर भी नाखुश हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि शादाब खान, आजम खान और शाहीन शाह अफरीदी जैसे कुछ खिलाड़ियों को ILT20 के लिए एनओसी दी गई थी, लेकिन जब कुछ अन्य प्लेयर्स ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग के लिए अनुमति मांगी, तो हफीज ने इसे जारी करने से रोक दिया।
बता दें कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हफीज को विदेशी लीगों के लिए खिलाड़ियों की एनओसी पर निर्णय लेने का अधिकार दिया है।
हफीज अन्य कोच के कामकाज में भी दखल दे रहे
मोहम्मद हफीज द्वारा आजम खान को विकेटकीपिंग कौशल सिखाने और स्पिन गेंदबाजों को बल्लेबाजी टिप्स और गेंदबाजी सिखाने के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इससे ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या हफीज वह सब कुछ कर रहे हैं, जो अन्य कोच को करना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बैटिंग कोच एडम होलियोक भी टीम के कामकाज के हर पहलू में हफीज के दखल से थोड़े परेशान हैं।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीज को ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टीम का निदेशक बनाया गया था। ये विश्व कप के बाद पीसीबी चेयरमैन ज़का अशरफ द्वारा कोचिंग और सेलेक्शन प्रोसेस में किए गए कई बदलावों में से एक था।