Lakshya Sen Bronge Medal: पेरिस ओलंपिक में भारत को युवा शटलर लक्ष्य सेन से ब्रॉन्ज मेडल की उम्मीद थी, लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी इसे तोड़ दिया। ब्रॉन्ज मेडल मैच में मलेशिया के ली जिया ने लक्ष्य सेन को 13-21, 21-17 और 21-11 से हराया। पहला सेट लक्ष्य ने जीता, लेकिन इसके बाद ली जिया ने जबरदस्त वापसी करते हुए लगातार दो सेट जीत लिए। उन्होंने पहले सेट में की गलतियों से सीखते हुए लक्ष्य सेन को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। लक्ष्य सेन की हार से भारत की पदक जीतने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। इससे पहले वह सेमीफाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने हराया था।
कोहनी से निकला खून
लक्ष्य सेन और ली जिया जी के बीच हुए मुकाबले में लक्ष्य कोहली की चोट से परेशान दिखें। दो बार उनकी कोहनी से खून निकला। खुद लक्ष्य ने माना कि बार-बार चोट लगने से उनका मोमेंट टूटा। इससे उनके खेल पर बुरा असर पड़ा। इसके अलावा लक्ष्य सेन लगातार कुछ गलतियां भी करते रहे। वह मलेशियाई शटलर को कई मौके देते गए। विपक्षी खिलाड़ी ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए मैच को अपने पक्ष में मोड़ लिया। मैच के बाद लक्ष्य सेन कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं दिखें।
विश्व नंबर-7 मलेशिया के ली जिया ने अपने ग्रुप में टॉप किया था। फिर उन्होंने फ्रांस के तोमा जूनियर पोपोव को हराया और डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन को हराकर उन्होंने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की थी। हालांकि, 26 साल के मलयेशियाई खिलाड़ी को थाईलैंड के मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन कुणलावत विटिड्सार्न से 21-14, 21-15 से हार मिली थी।
22वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जीत की पूरी कोशिश की थी। लेकिन विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लक्ष्य लगातार दो गेम में जीत के साथ अपने ग्रुप में टॉप पर थे। इसमें उन्होंने इंडोनेशिया के विश्व नंबर-3 जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ सफलता भी शामिल है। राउंड ऑफ 16 में सेन ने हमवतन एचएस प्रणय को 21-12, 21-6 से हराकर अगले राउंड में अपनी जगह पक्की की। उनकी सबसे कड़ी टक्कर थी चीनी ताइपे के खिलाड़ी चाऊ टीएन-चेन से थे। इस मुकाबले में लक्ष्य ने एक गेम से पिछड़ने के बाद 19-21, 21-15, 21-12 से जीत हासिल की थी।