Paris Olympics 2024: टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया चैंपियन बनी, इससे पूरा देश खुश है। अब पेरिस ओलंपिक की बारी है, जो 26 जुलाई से शुरू होने वाला है। इस बार भारतीय दल में करीब 120 खिलाड़ी शामिल हैं। इन सभी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। पीएम मोदी ने कहा कि 'मुझे पक्का विश्वास है कि इस बार भी खेल के मैदान में आप भारत का नाम रोशन करके आएंगे। इस दौरान स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा और पीएम मोदी के बीच मजेदार बातचीत हुई।
नीरज चोपड़ा इन दिनों जर्मनी में हैं। वहां वो पेरिस ओलंपिक की तैयारी में जुटे हुए हैं। वीडियो कॉल के जरिए वो भी पीएम मोदी से जुड़े। उन्होंने सबसे पहले कहा 'नमस्ते सर, कैसे हो सर'। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा ठीक हूं भैया, वैसा ही हूं। इस संवाद पर सबके चेहरे पर मुस्कान थी। इसके तुरंत बाद पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा को चूरमा वाला वादा याद दिलाया और पूछा कि तेरा चूरमा आया ही नहीं'।
चूरमा वाला वादा याद दिलाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीजर चोपड़ा से चूरमा की बात बोली तो वो शर्मा गए। नीरज ने जवाब दिया कि जरूर लेकर आएंगे सर. पिछली बार दिल्ली में चीनी वाला चूरमा था। हरियाणा का चूरमा लेकर आपको खिलाऊंगा। इसी वक्त पीएम मोदी कहने लगे कि 'मुझे तेरी मां के हाथ का चूरमा खाना है। इस पर नीरज ने वादा करते हुए कहा पक्का सर। ये संवाद काफी मजेदार रहा।
गोल्ड लेकर आएंगे नीरज?
नीरज चोपड़ा ने टोक्टो ओलंपिक में देश को गोल्ड दिलाया था। अब पेरिस में भी वो गोल्ड पर निशाना साधने की तैयारी में जुटे हैं। उन्होंने पीएम मोदी को अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए कहा 'सर मैं जर्मनी में हूं, ट्रेनिंग बहुत अच्छी चल रही है। चोट ने पिछले महीने परेशान किया था, लेकिन अब मैं एकदम ठीक हूं। हमारे पास एक महीना है और हमारी कोशिश है कि 100 फीसदी देकर हम देश का नाम रोशन करें।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi interacts with Olympic gold medallist javelin thrower Neeraj Chopra, ahead of his participation in the Paris Olympics. pic.twitter.com/53BqgjMZKv
— ANI (@ANI) July 5, 2024
निडर होकर खेलो
नीर चोपड़ा ने दूसरे एथलीटों ने सभी कहा कि यह ओलंपिक चार साल में एक बार आता है, इसलिए आपके पास देश का मान बढ़ाने का बढ़िया मौका है। इस टूर्नामेंट में उस चीज को पहचानो जो आपका बेस्ट निकाल सके। उन्होंने ये भी सलाह दी कि दूसरे देशों के एथलीट्स इंसान ही हैं, उन्हें कभी अपने से ज्यादा ताकतवर ना समझो। निडर होकर खेला। किसी को डरने-घबराने की जरूरत नहीं है।