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Paris Olympic 2024: पेरिस ओलिंपिक में चीन और अमेरिका के बीच मेडल टैली टॉप करने की जंग चल रही है. 

Paris Olympic 2024: पेरिस ओलिंपिक खत्म होने में 2 ही दिन बाकी रह गए हैं। 26 जुलाई को शुरू हुए गेम्स का आखिरी दिन 11 अगस्त है। ओलिंपिक के आखिरी 3 दिन जमकर मेडल बरसते हैं, लेकिन भारत के हाथ अब एक भी मेडल की उम्मीद नहीं है। 

दूसरी ओर अमेरिका 33 गोल्ड समेत 113 मेडल अपने नाम कर चुका है। यह कोई पहला मौका नहीं है, जब अमेरिका टॉप कर रहा है। अमेरिका ने ओलिंपिक इतिहास में हर बार ही टॉप-3 में फिनिश किया। 90% बार तो देश पहले नंबर पर भी रहा। लेकिन अमेरिका के दबदबे की वजह आखिरी है क्या?

दबदबे की 7 वजहें

1. बड़ी जनसंख्या और संसाधन: अमेरिका की विशाल जनसंख्या और मज़बूत अर्थव्यवस्था के कारण एथलीटों के प्रशिक्षण और विकास के लिए भरपूर धन और संसाधन उपलब्ध होते हैं।

2. खेल संस्कृति: अमेरिका में खेलों का मज़बूत संस्कृति है, जहां कई तरह के खेल लोकप्रिय हैं। इससे विभिन्न खेलों में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की संख्या बढ़ती है, जिससे ओलंपिक में सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

3. खेलों में निवेश: अमेरिका खेल आधारभूत संरचना, प्रशिक्षण सुविधाओं, कोचिंग कार्यक्रमों और खेल विज्ञान अनुसंधान में भारी निवेश करता है, जिससे उच्च प्रदर्शन वाले एथलीटों का विकास और समर्थन होता है।

4. मजबूत खेल कार्यक्रम: अमेरिका में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जमीनी स्तर पर अच्छे खेल कार्यक्रम हैं, जो युवा एथलीटों को अपने कौशल विकसित करने और उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के अवसर प्रदान करते हैं।

5. प्रोफेशनल खेल लीग: एनबीए, एनएफएल, एमएलबी और एनएचएल जैसी प्रोफेशनल खेल लीगों की मौजूदगी शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करती है और एथलीटों को अपने कौशल दिखाने और अपनी क्षमताओं का विकास करने का मंच प्रदान करती है।

6. सफलता की परंपरा: अमेरिका का ओलंपिक में लंबा सफलता का इतिहास है, जो एथलीटों को उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करता है और स्वर्ण पदक जीतने की विरासत को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता है।

7. गोल्ड जीतने पर 32 लाख का इनाम: अमेरिका में स्पोर्ट्स पर पैसा भी बहुत खर्च होता है। पेरिस में गोल्ड जीतने वाले प्लेयर्स को 32 लाख, सिल्वर जीतने पर 19 लाख और ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर 12.60 लाख रुपए दिए जाएंगे।

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