नई दिल्ली। रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को इतिहास रचा। अश्विन ने जैक क्राउली को आउट कर टेस्ट क्रिकेट में अपने 500 विकेट पूरे किए। लेकिन, रात में ये खबर आई कि अश्विन बाकी बचे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। परिवार में मेडिकल इमरजेंसी होने की वजह से वो रात में ही चेन्नई लौट गए। बीसीसीआई ने एक प्रेस रिलीज जारी कर ये जानकारी दी। अश्विन चौथे और पांचवें टेस्ट से भी बाहर हो सकते हैं।
इसके बाद सबके मन में यही सवाल उठा कि अश्विन के अचानक राजकोट टेस्ट से हटने के कारण क्या भारत बाकी बचा मैच 10 खिलाड़ियों से खेलेगा या फिर अश्विन का रिप्लेसमेंट मिलेगा और अगर ऐसा होगा तो क्या अश्विन के स्थान पर आने वाला खिलाड़ी फील्डिंग के अलावा बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकेगा? इसे लेकर आईसीसी का नियम क्या है? इसे जानने से पहले ये बता देते हैं कि अश्विन के स्थान पर देवदत्त पडिक्कल बतौर सब्सिट्यूट तीसरे दिन फील्डिंग के लिए उतरे हैं। क्या पडिक्कल बैटिंग और गेंदबाजी कर सकेंगे। आइए जानते हैं।
सब्सिट्यूट फील्डर के लिए क्या है ICC का नियम?
राजकोट टेस्ट से अश्विन के बाहर होने से भारत अब चार स्पेशलिस्ट गेंदबाजों के साथ ये टेस्ट खेलेगा। अश्विन के स्थान पर पडिक्कल मैदान में तो उतर चुके हैं। लेकिन, क्या नियमों के तहत वो बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकते हैं? खेल के नियमों के संरक्षक मैरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के मुताबिक, अंपायर सब्सिट्यूट फील्डर को मंजूरी दे सकते हैं, अगर वो इस बात से संतुष्ट हों कि मैच के दौरान प्लेयर चोटिल या बीमार हो गया है।
एमसीसी के नियम 24.1.1.2 के मुताबिक, एक टीम 'पूरी तरह से स्वीकार्य कारण' के लिए एक सब्सिट्यूट फील्डर रख सकती है। कोई सब्सिट्यूट खिलाड़ी गेंदबाज़ी नहीं कर सकता या कप्तान की भूमिका नहीं निभा सकता है। हां, सब्सिट्यूट फील्डर अंपायर की सहमित से विकेटकीपर जरूर बन सकता है। क्योंकि आर अश्विन मैच के दौरान घायल नहीं हुए थे या बीमार नहीं पड़े थे। इसलिए भारत को विपक्षी कप्तान बेन स्टोक्स की सहमति से ही राजकोट में सब्सिट्यूट फील्डर रखने की अनुमति होगी। यानी स्टोक्स की मंजूरी मिलने पर ही पडिक्कल मैदान में उतरे होंगे।
क्या अश्विन के स्थान पर आने वाला बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकेगा?
नहीं, प्लेइंग कंडीशन के मुताबिक, किसी खिलाड़ी के फुल रिप्लेसमेंट की मंजूरी केवल तभी दी जाती है, जब वो मैदान पर लगी चोट की वजह से मैच से बाहर हो जाता है। अगर अश्विन कन्कशन इंजरी की वजह से राजकोट टेस्ट से बाहर हुए होते तो भारत को उनका रिप्लेसमेंट चुनने की अनुमति होती। अगर अश्विन किसी अन्य चोट के कारण भी राजकोट टेस्ट से बाहर हो जाते तो भी भारत को रिप्लेसमेंट चुनने की अनुमति नहीं होती। केवल कन्कशन सब्सिट्यूट को ही मैच में बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने की अनुमति होती है।
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हालांकि, अगर भारत इंग्लैंड से औपचारिक अनुरोध करता है और बेन स्टोक्स राजी हो भी जाते हैं, तो अश्विन की जगह वॉशिंगटन सुंदर या अक्षर पटेल को लेने की संभावना बेहद कम है, जो दूसरी पारी में गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकेंगे।
अश्विन को चौथे टेस्ट में कौन रिप्लेस करेगा?
अगर आर अश्विन चौथे टेस्ट से बाहर होते हैं तो फिर लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट के आधार पर वॉशिंगटन सुंदर टीम में आ सकते हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट 25 फरवरी से रांची में खेला जाएगा। वहीं, पांचवां और आखिरी मुकाबला धर्मशाला में 7 से 11 मार्च तक होगा।