नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बंगाल के मौजूदा कप्तान मनोज तिवारी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर रणजी ट्रॉफी को लेकर एक पोस्ट कर बवाल मचा दिया। मनोज ने रणजी ट्रॉफी को बंद करने की सलाह दे डाली। हालांकि, मनोज ने ऐसी सलाह देने की वजह नहीं बताई है। मनोज ने कहा कि इस टूर्नामेंट में कई चीजें गलत हो रही हैं।
मनोज तिवारी, जो पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री भी हैं, ने शनिवार को सोशल मीडिया पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट को 2024-25 सीज़न से हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि रणजी ट्रॉफी अपनी चमक खोती जा रही।टूर्नामेंट में बहुत सी चीजें गलत हो रही हैं। समृद्ध इतिहास वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को बचाने के लिए कई चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। यह अपना आकर्षण और महत्व खोती जा रही है। इससे मैं निराश हूं। हालांकि मनोज के विरोध और नाराजगी की वजह साफ नहीं हुई है।
मनोज तिवारी का फूटा गुस्सा
मनोज तिवारी इस ट्वीट के बाद फेसबुक पर लाइव हुए, जहां उन्होंने कुछ मुद्दों की तरफ इशारा किया, जिसकी वजह से उन्हें ये ट्वीट करना पड़ा और उन्होंने ये कह दिया कि वह मौजूदा सत्र के अंत में अपने रणजी ट्रॉफी से संन्यास ले लेंगे।
Ranji trophy should be scrapped off from the calendar from the next season onwards. So many things going wrong in the tournament. So many things need to looked into in order to save this prestigious tournament which has a rich history. It’s losing its charm and importance.…
— MANOJ TIWARY (@tiwarymanoj) February 10, 2024
ड्रेसिंग रूम में प्राइवेसी जैसी चीज ही नहीं: मनोज
मनोज तिवारी का ये बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब बंगाल की टीम केरल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबला खेल रही। दोनों टीमों के बीच ये मैच किसी बड़े स्टेडियम के बजाए तिरुवनंतपुरम कॉलेज ग्राउंड में खेला जा रहा। इसी बात से मनोज नाराज हैं।
उन्होंने फेसबुक लाइव पर ही कहा था, "हम केरल में स्टेडियम के स्थान पर कॉलेज ग्राउंड में मैंच खेल रहा जबकि यहां कुछ साल पहले एक स्टेडियम बना था। हमें राज्य के बाहरी इलाके में एक मैदान में खेलने के लिए कहा जा रहा। ड्रेसिंग रूम ऐसे हैं कि आप ठीक से रणनीति भी नहीं बना सकते क्योंकि हमारा ड्रेसिंग रूम और सामने वाला ड्रेसिंग रूम एक-दूसरे के इतने करीब हैं कि आप आसानी से सुन सकते हैं कि दूसरे कमरे में क्या बात हो रही। कोई गोपनीयता नहीं है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में इस पर गौर किया जाएगा।"
बंगाल के कप्तान ने आगे कहा, "मैं ज्यादा विस्तार से नहीं बता सकता क्योंकि मैं एक खिलाड़ी और एक स्टेट टीम का कप्तान हूं और मुझे बीसीसीआई की आचार संहिता का पालन करना है। मैं मैच के दौरान सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कह सकता हूं।"