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Swapnil Kusale Paris Olympics Bronze Medal: स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक के 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीत इतिहास रचा। उनकी कहानी भी काफी हद तक महेंद्र सिंह धोनी जैसी है। जानिए कौन हैं स्वप्निल कुसाले

नई दिल्ली। स्वप्निल कुसाले ने गुरुवार को 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन इवेंट में कांस्य पदक जीतकर भारत को पेरिस ओलंपिक में तीसरा पदक दिलाया। उन्होंने 451.4 का स्कोर बनाया और चीन के युकुन लियू (स्वर्ण) और यूक्रेन के सेरही कुलिश से पीछे रहे। वो इस इवेंट में पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। 

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर स्वप्निल कुसाले ने परिणामों के पैटर्न को तोड़ा: वे विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहे, एशियाई खेलों में चौथे स्थान पर रहे। लेकिन वे पेरिस 2024 ओलंपिक में तीसरे स्थान पर रहेंगे।

50 मीटर राइफल 3 पोजिशन इवेंट के फाइनल में स्वप्निल कुसाले नीलिंग स्टेज के अंत में 153.3 पर छठे स्थान पर रहे। लेकिन प्रोन स्टेज के अंत तक वे कुल 310.1 के साथ पांचवें स्थान पर आ गए थे। इस समय, तीसरे स्थान पर रहने वाले यूक्रेन के सेरही कुलिश और कुसाले के बीच 0.6 का अंतर था। लेकिन पहले पांच स्टैंडिंग शॉट्स में कुसाले 51.1 अंक लेकर चौथे स्थान पर पहुंच गए, जिससे वह तीसरे स्थान से 0.4 अंक पीछे रह गए।

स्वप्निल कुसाले कौन हैं?
स्वप्निल कुसाले पुणे रेलवे डिवीजन में ट्रैवलिंग टिकट परीक्षक (TTE) हैं। 1995 में किसान परिवार में जन्मे स्वप्निल कुसले के पिता ने उनका महाराष्ट्र सरकार के क्रीड़ा प्रबोधिनी कार्यक्रम में दाखिला कराया। एक साल की कड़ी शारीरिक ट्रेनिंग के बाद, उन्हें एक खेल चुनना था और उन्होंने शूटिंग को चुना।

2015 में स्वप्निल कुसाले ने कुवैत में 2015 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में जूनियर वर्ग में 50 मीटर राइफल प्रोन 3 में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने तुगलकाबाद में आयोजित 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में भी 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट में गगन नारंग और चैन सिंह से आगे रहते हुए जीत हासिल की थी। ​​उन्होंने तिरुवनंतपुरम में 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में स्वर्ण जीतकर वही प्रदर्शन दोहराया था। 

धोनी को आयडल मानने वाले कुसाले ने उनकी बायोपिक 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' कई बार देखी है। कुसाने ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो किसी निशानेबाज से मार्गदर्शन नहीं लेते हैं। लेकिन, अगर दूसरे खेलों की बात करें तो धोनी उनके पसंदीदा खिलाड़ी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वो मैदान पर मुश्किल परिस्थिति में भी शांत रहते थे और शूटिंग में एकाग्रता और ठंडे दिमाग का होना जरूरी है। दूसरी बात ये कि वो भी मेरी तरह रेलवे में टीसी थे।

स्वप्निल कुसाले का निशानेबाजी करियर
एशियाई चैम्पियनशिप, कोरिया (2023): 10 मीटर एयर राइफल व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक और देश के लिए ओलंपिक 2024 का कोटा स्थान हासिल किया। 

विश्व चैम्पियनशिप, काहिरा (2022): 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक

आईएसएसएफ विश्व कप, चांगवोन (2022): व्यक्तिगत और पुरुष टीम स्पर्धाओं में 2 स्वर्ण पदक।

विश्व विश्वविद्यालय खेल, चेंगदू (2021): 10 मीटर एयर राइफल व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक।

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