Team India's Head Coach: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने मंगलवार को उम्मीद के मुताबिक ऐलान किया कि गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के 25वें चीफ कोच होंगे. टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे, जिन्होंने अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेला गया टी-20 विश्व कप जीतने के साथ अपना कार्यकाल समाप्त किया. 2019 से 24 तक बीजेपी के सांसद रहे गंभीर ने इस साल लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति से किनारा कर लिया था. बाद में उन्होंने आईपीएल 2024 के साथ क्रिकेट में वापसी की और टीम को बतौर मेंटोर रहते चैंपियन भी बनाया. गंभीर एक बढ़िया खिलाड़ी रहे हैं. हालांकि उनका करियर विवादों से भरा हुआ है. गंभीर अपने नाम के अनुसार, आक्रामक बिहेवियर के लिए जाने जाते हैं. गंभीर के करियर के सबसे बड़े विवादों के बारे में जानते हैं.
1. एमएस धोनी के वर्ल्ड कप सिक्स पर विवादित बयान
साल 2011 के वनडे विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ गौतम गंभीर ने 97 रन बनाए थे, जबकि धोनी ने नाबाद 91 रन बनाकर सिक्स लगाकर जीत सुनिश्चित की थी. गंभीर ने कहा कि वर्ल्ड कप पूरी टीम इंडिया ने जीता था, ना कि एक छक्के ने. यह बयान विवादित बना रहा. आज भी लोग उस बयान को लेकर 2 गुटों में बंटे हुए नजर आते हैं.
2. शाहिद अफरीदी के साथ लड़ाई
2007 में भारत-पाकिस्तान वनडे मैच में गंभीर और अफरीदी के बीच चौके के बाद टकराव हुआ. दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई और अंपायरों को बीच-बचाव करना पड़ा. यह लड़ाई आज भी चर्चा का विषय है. दोनों क्रिकेटर आज भी जब आमने-सामने आते हैं तो मीडिया में उनसे 2007 की लड़ाई के बारे में अक्सर सवाल पूछे जाते हैं.
3. विराट कोहली के साथ फाइट
IPL 2023 में RCB बनाम LSG मैच के बाद गंभीर और कोहली भिड़ गए थे. मैच के दौरान कोहली के उत्साहपूर्ण इशारों और नवीन उल हक के साथ उनकी बहस के बाद गंभीर भी बीच लड़ाई में कूदे थे. उस वक्त लखनऊ टीम के ओपनर काइल मायर्स ने गंभीर को खींचकर कोहली से दूर किया था. इस घटना ने मैदान का माहौल गर्म कर दिया था.
मैदान के बाहर अलग नजर आते हैं गंभीर
गौतम गंभीर का आक्रामक स्वभाव कुछ लोगों को परेशान कर रहा है कि यह भारत के कोच के रूप में उनके करियर को प्रभावित कर सकता है. वे सोचते हैं कि वह विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को कैसे संभालेंगे, जिनके साथ उनकी झड़प हुई हैं, और कप्तान रोहित शर्मा के साथ उनका तालमेल कैसा रहेगा, लेकिन करीब से जानने वालों का कहना है कि गंभीर की आक्रामक छवि मैदान तक ही सीमित है. मैदान के बाहर वह खुशमिजाज और हंसी-मजाक करने वाले हैं. विभिन्न टीमों में उनके साथ खेलने वाले लोग पुष्टि करते हैं कि गंभीर हमेशा टीम के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं.