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Bihar Poisonous Liquor: बिहार के 16 गांवों में जहरीली शराब से मौत का सिलिसला जारी है। सीवान, छपरा और सारण में 14 अक्टूबर के बाद महिला सहित 32 लोग जहरीली शराब से जान गवां चुके हैं। सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।

Bihar Poisonous Liquor: बिहार के 16 गांवों में जहरीली शराब से मौतों का सिलिसला जारी है। सीवान, छपरा और सारण में एक महिला सहित 32 लोगों के मौत हो चुकी है। गुरुवार सुबह भी सीवान में 3 और सारण में 2 लोगों की मौत हुई। सीवान में 26 और सारण में 6 लोग जान गंवा चुके हैं। मौतों का यह सलिसिला 14 अक्टूबर से जारी है। डॉक्टरों ने भी मौत की वजह जहरीली शराब को बताया है।  

जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया, बुधवार सुबह साढ़े 7 बजे मगहर और औरिया पंचायतों में तीन लोगों की मौत की सूचना मिली थी। जिसके बाद अफसरों की टीम मौके पर भेजी। टीम ने 12 लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच एक व्यक्ति ने रास्ते में दम तोड़ दिया था। जहरीली शराब से मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 

सांस लेने की समस्या, चली गई रोशनी 
जहरीली शराब पीने के बाद लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। कई लोग कम दिखने की समस्या से परेशान हैं। छपरा के राजेन्द्र साह ने भगवानपुर हाट से शराब खरीदी थी। बताया, शराब सेवन के बाद उनके आंखों की रोशनी चली गईं। वहीं धर्मेन्द्र साह ने को कम दिखने की समस्या है। सदर अस्पताल में दोनों का उपचार चल रहा है। 

हाई लेवल जांच के निर्देश
ग्रामीणों ने बताया, मंगलवार रात जहरीली शराब पीने के बाद से हालत बिगड़ने लगी। अधिकारियों ने मृतकों और उपचाराधीन लोगों की पहचान उजागर नहीं की है। डीएम ने हाई लेवल जांच के निर्देश दिए हैं। इसके लिए निषेध और आबकारी विभाग के अफसरों की टीम गठित की गई है। 

इब्राहिमपुर गांव में दो की मौत, 8 हिरासत में 
छपरा के मसरख थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में जहरीली शराब पीने से 2 लोगों की मौत हुई है। जबकि, दो लोगों का उपचार चल रहा है। मामले में केस दर्ज कर 8 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। जबकि, थानाध्यक्ष सहित 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SIT गठित की गई है।

थानाध्यक्ष को नोटिस, ASI सहित दो निलंबित 
छपरा के मसरख थाना क्षेत्र में डीएम ने इब्राहिमपुर चौकीदार महेश राय और ASI रामनाथ झा को निलंबित कर दिया है। जबकि, थानाध्यक्ष धनंजय राय और SI छविनाथ यादव को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। क्षेत्र में जहरीली शराब बनने के लिए इन्हें दोषी माना गया है। 

मिथिलेश राय ने स्प्रिट से बनाई थी शराब 
सारण और छपरा जिले में यह शराब डमछो के मिथिलेश राय ने बनाई थी। स्प्रिट से बनी इस शराब को उन्होंने दर्जनों लोगों को बेची थी, जिसे पीने से मौतें होने लगीं। मिथिलेश पुराना शराब तस्कर है। सागरपोखर में शराब बेचने वाले प्रभुनाथ राम की भी मौत हो गई है।

थानाध्यक्ष रामाशंकर साह लाइन हाजिर 
मसरख के शराब कारोबारी रूदल और रजनीकांत समेत अन्य लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सीवान SP ने भगवानपुर हाट के थानाध्यक्ष रामाशंकर साह को लाइन हाजिर किया है। कौड़िया के दो चौकीदारों के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है।  

2022 में हुई थीं 71 मौतें
छपरा में दिसंबर, 2022 में भी जहरीली शराब पीने से 71 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में मशरख के 44 लोग शामिल थे। इस दौरान भी दर्जनों लोगों के आंख की रोशनी चली गई थी। 36 शवों का सदर अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हुआ था। शराबबंदी के दौरान की यह सबसे बड़ी जहरीली शराब त्रासदी है। 

शराब तस्करों को सत्ता का संरक्षण 
RJD नेता मनोज झा ने सिवान जहरीली शराब त्रासदी पर कहा, यह हादसे बार-बार हो रहे हैं। इसके पीछे पूरा सिंडिकेट है। जो बहुत ताकतवर है। सरकार अक्षम साबित हो रही है। सत्ता के सबसे रसूखदार लोग इसे संरक्षण देते हैं और गरीब लोग मारे जा रहे हैं। जो सरकारी आंकड़े अभी आए हैं, मौतें उससे ज्यादा हैं। 

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