Sushil Kumar Singh files nomination From Aurangabad: बिहार की औरंगाबाद लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार चुनाव लड़ रहे भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह ने एनडीए के प्रत्याशी के रूप में सोमवार (25 मार्च) को नामांकन किया। सिंह ने भाजपा द्वारा बिहार की 40 में से सभी 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा के एक दिन बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। भाजपा नेता के नामांकन में भाग लेने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मांझी ने नामांकन के बाद जनसभा को संबोधित किया और भाजपा नेता को अपना आशीर्वाद दिया।
जीतन राम मांझी ने दी जीत की अग्रिम शुभकामनाएं
पूर्व मुख्यमंत्री और इमामगंज से विधायक जीतन राम मांझी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ''NDA समर्थित BJP के औरंगाबाद सांसद, हमारे छोटे भाई श्री सुशील कुमार सिंह जी के नामांकन के उपरांत आयोजित जनसभा में शामिल हुआ और उन्हें जीत की अग्रिम शुभकामनाएं दी। “औरंगाबाद बोले दिल से, भाई सुशील फिर से” अबकी बार,चार सौ पार…''
NDA समर्थित BJP के औरंगाबाद सांसद,हमारे छोटे भाई श्री सुशील कुमार सिंह जी के नामांकन के उपरांत आयोजित जनसभा में शामिल हुआ और उन्हें जीत की अग्रिम शुभकामनाएं दी।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) March 25, 2024
“औरंगाबाद बोले दिल से,
भाई सुशील फिर से”
अबकी बार,चार सौ पार… pic.twitter.com/aKQCgZuehs
पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग
बिहार में लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण में 19 अप्रैल को चार सीटों - औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई के लिए मतदान होगा। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि गुरुवार (28 मार्च) है। हालांकि अब तक औरंगाबाद के सांसद बिहार में एकमात्र एनडीए उम्मीदवार रहे हैं जिन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया है।
राजद ने औरंगाबाद से अभय कुशवाहा को दिया टिकट
राजद ने जातीय समीकरण को साधते हुए औरंगाबाद लोकसभा सीट से अभय कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। रिपोर्ट्स की माने तो औरंगाबाद में राजपूत जाति के वोटर्स की संख्या सबसे अधिक है, वहीं कुशवाहा जाति की भी संख्या अच्छी-खासी है। ऐसे में अगर राजपूत वोटर्स में बिखराव होता है तो ऐसा माना जा रहा है कि यह सीट इंडी गठबंधन के खाते में जा सकती है।
कांग्रेस ने अभय कुशवाहा का किया विरोध
इंडी गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग तय न होने के बावजूद राजद ने अभय कुशवाहा को औरंगाबाद से टिकट दे दिया है, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस औरंगाबाद की सीट केरल के पूर्व राज्यपाल और सेवानिवृत्त दिल्ली पुलिस आयुक्त निखिल कुमार के लिए चाहती है। निखिल कुमार सिंह 2009 में यह सीट जीती थी।