BPSC protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में कथित पेपर लीक का मामला गरमा गया है। रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थी सीएम आवास की ओर कूच करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद बिहार पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज करि दिया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। अब, इस मामले में पुलिस ने विरोध मार्च की अगुवाई कर रहे जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर सहित 21 नामजद और 600 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
प्रशांत किशोर पर छात्रों को उकसाने का आरोप
लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बावजूद छात्र विरोध को लेकर चल रहे विवाद के बीच पटना पुलिस ने जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर सहित 20 नामजद और 600 अज्ञात लोगों पर छात्रों को उकसाने और अराजकता फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह एफआईआर गांधी मैदान थाना में दर्ज की गई है।
#WATCH | Patna, Bihar | SP City Sweety Sahrawat says, "We requested the students protesting to vacate the place but they didn't listen to us...We also said that they can put forward their demands, we are ready to listen to them...They also pushed us after which we used water… https://t.co/3ilO7ZutAz pic.twitter.com/yMAeh5Cg6y
— ANI (@ANI) December 29, 2024
पटना के जिलाधिकारी ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदर्शन के दौरान हुई हंगामा और कानून-व्यवस्था के उल्लंघन के कारण ये कार्रवाई की गई। मामले की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
प्रशांत किशोर के अलावा इन लोगों के खिलाफ हुई FIR
- मनोज भारती (अध्यक्ष जन सुराज पार्टी),
- रह्मांशु मिश्रा, कोचिंग संचालक
- 3. निखिल मणि तिवारी
- 4. सुभाष कुमार ठाकुर
- 5. शुभम स्नेहिल
- 6. प्रशांत किशोर (2 बाउंसर जो प्रशांत किशोर के साथ थे)
- 7. आनंद मिश्रा
- 8. राकेश कुमार मिश्रा
- 9. विष्णु कुमार
- 10. सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग)
समेत कुल 21 नामजद और 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च कर रहे थे छात्र
रविवार शाम, प्रदर्शनकारी छात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास की घेराबंदी के लिए मार्च कर रहे थे। इस दौरान छात्रों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच मामूली झड़प हुई।
प्रशासन ने आश्वासन दिया कि राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा पांच सदस्यीय छात्र प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करेंगे। इस पर प्रशांत किशोर ने छात्रों से कहा, "सरकार ने मांगों पर चर्चा के लिए सहमति दे दी है। आप लोग शांत रहें और बातचीत का नतीजा आने तक प्रदर्शन स्थगित करें।"
#WATCH | Bihar | BPSC aspirants continue their protest in Patna's Gandhi Maidan, demanding a re-exam to be held for the 70th BPSC prelims pic.twitter.com/a0iiVJK9PN
— ANI (@ANI) December 29, 2024
छात्र नहीं माने प्रशांत किशोर की बात
प्रशांत किशोर के अपील के बावजूद, छात्रों ने प्रदर्शन स्थल छोड़ने से इनकार कर दिया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमें किसी राजनीतिक दल का मोहरा नहीं बनना। हमें सिर्फ री-एग्जाम चाहिए। यह मुद्दा भटकाने की कोशिश हो रही है।"
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का उपयोग किया और लाठीचार्ज भी किया। पटना सेंट्रल एसपी स्वीटी सहरोत ने कहा, "हमने लाठीचार्ज नहीं किया। बार-बार अनुरोध किया कि वे यहां से हट जाएं। उनकी मांगें सुनने के लिए तैयार थे, लेकिन वे अड़े रहे। अंत में हमें पानी की बौछार का सहारा लेना पड़ा।"
#WATCH | Bihar | Police use mild-lathi charge and water cannon to disperse the BPSC aspirants protesting in Patna's Gandhi Maidan, demanding a re-exam to be held for the 70th BPSC prelims pic.twitter.com/qA2enS4Llq
— ANI (@ANI) December 29, 2024
छात्रों की मांग
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि 13 दिसंबर को हुई 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक हुआ था। वे इस परीक्षा को पूरी तरह से रद्द कर री-एग्जाम आयोजित करने की मांग कर रहे हैं।