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Bihar Politics: नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन का सूत्रधार माना जाता है। उन्होंने देशभर में घूम-घूमकर विपक्षी दलों को एकजुट किया। चर्चा थी कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जा सकता है।

Bihar Politics: देशभर की निगाहें बिहार की सियासत पर टिक गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दोबारा एनडीए में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। लालू प्रसाद यादव के पटना स्थित आवास पर भी हलचल बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि लालू ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया है। साथ ही कुछ लोकसभा सीटों के साथ उपमुख्यमंत्री पद का भी प्रस्ताव दिया। हालांकि संतोष मांझी ने ऑफर ठुकरा दिया है। एक इंटरव्यू में संतोष मांझी ने कहा कि वह इस तरह के ऑफर से प्रभावित नहीं हैं। हम एनडीए के साथ हैं, ऐसे ऑफर आते रहते हैं। 

उधर, लालू यादव गुट भी जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गया है। बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है। राजद के पास वर्तमान में 79 सीट है। कांग्रेस, वाम दलों को मिला दें तो यह आंकड़ा 114 पहुंच जाएगा। ऐसे में सरकार बनाने के लिए राजद को सिर्फ 8 विधायकों की आवश्यकता होगी। 

क्या इंडिया गुट में नहीं मिला मनचाहा पद तो तोड़ा गठबंधन?
नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन का सूत्रधार माना जाता है। उन्होंने देशभर में घूम-घूमकर विपक्षी दलों को एकजुट किया। चर्चा थी कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जा सकता है। लेकिन यह पद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पास चला गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार को उनके कद के अनुरूप गठबंधन में स्थान नहीं मिलने के कारण विपक्षी दल इंडिया गुट से नाता तोड़ लिया गया है। अब वह लोकसभा चुनाव के साथ शीघ्र विधानसभा चुनाव कराने के भी पक्षधर हैं।

ऐसी है बिहार का राजनीतिक परिदृश्य

पार्टी विधायक
राजद 79
जदयू 45
कांग्रेस 19
भाकपा (माले) 12
भाकपा 02
माकपा 02
निर्दलीय 01
विपक्ष 82

 

भाजपा 78
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा 04
अन्य 01
एआईएमआईएम 01

क्या नीतीश ने तैयार कर ली थी एनडीए से गठबंधन की पटकथा?
नीतीश कुमार ने पार्टी अध्यक्ष रहे ललन सिंह के कार्यकाल में कटौती की। इसके बाद खुद पार्टी की कमान ले ली। इसके बाद राजद कोटे से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विभाग में बदलाव किया। उन्होंने गन्ना उद्योग जैसा महत्वहीन विभाग सौंपा। कर्पुरी ठाकुर जयंती पर नीतीश ने परिवारवाद पर हमला किया। उनका सीधा हमला लालू यादव के परिवार पर था। हालांकि नीतीश कुमार ने किसी का नाम नहीं लिया।

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