Himanta Biswa Sarma Begusarai Visit: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा शनिवार को बिहार के बेगूसराय पहुंचे। यहां चुनावी रैली के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दिया। कहा, हमारे देश में धर्म-संप्रदाय का मुद्दा हमेशा रहा है। भारत का विभाजन भी धर्म के आधार पर हुआ है, लेकिन यह देश जब पूरी तरह से सनातन हो जाएगा तो बेरोजगारी भी रास्ता ले लेगी।
#WATCH बेगूसराय, बिहार: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "धर्म और संप्रदाय का मुद्दा हमारे देश में हमेशा रहा है। हमारे देश का विभाजन भी धर्म के आधार पर हुआ था... जब सनातन हो जाएगा तो बेरोजगारी भी अपने आप रास्ता ले लेगी। आज किस की कौम की आबादी बढ़ रही है? 45% आबादी… pic.twitter.com/pZCodOaWPI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2024
#WATCH बेगूसराय, बिहार: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "केजरीवाल को जेल से नहीं निकालना चाहिए था। उनको जो बेल दिया है ऐसे बेल में निकलने का काम नहीं करना चाहिए था। कोई दूसरा होता तो बोल देता कि हमें ऐसा बेल नहीं चाहिए। केजरीवाल में कोई शर्म नहीं बची है।" pic.twitter.com/KhjwxZzRBK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2024
केजरीवाल की जमानत पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल की जमानत पर सवाल उठाए। कहा, उन्हें जेल से नहीं निकालना चाहिए था। केजरीवाल की जगह कोई दूसरा होता तो कह देता कि हमें ऐसी बेल नहीं चाहिए। दरअसल, कोर्ट ने केजरीवाल का सशर्त जमानत दी है। जिस पर सरमा सवाल उठा रहे हैं।
हम अलग मुस्लिम आरक्षण के खिलाफ
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को ओडिशा गए थे। वहां उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर राय रखी। कहा, मुसलमानों के लिए अलग आरक्षण के खिलाफ हैं। हमारी सरकार आदिवासियों के उत्थान के लिए काम कर रही है। उसका यह भी मानना है कि आरक्षण का लाभ एससी-एसटी और ओबीसी समुदायों को ही मिलना चाहिए।