रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद बैठकों का दौर लगातार जारी है। सरकार बनने के बाद सीएम विष्णुदेव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा लगातार अधिकारियों की बैठक ले हैं। बुधवार को उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पुलिस मुख्यालय में हनुमान जी प्रतिमा का अनावरण किया। पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली।
यह बैठक पुलिस मुख्यालय में आयोजित की गई थी जिसमे डीजीपी अशोक जुनेजा, एडीजी अरुण देव गौतम और पीएचक्यू के आला अधिकारी मौजूद थे। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों से कहा कि, शासन द्वारा बनाए गए कानून व्यवस्था का उचित तरीके से पालन करते हुए आम जनों को समय पर न्याय दिलाना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग का जायजा लिया और कहा कि, आप सभी ध्यान रखें कि, पुलिस विभाग की छवि धूमिल न हो इसका ख्याल रखा जाय।
सीएम साय ले रहे हैं कैबिनेट की मीटिंग
उल्ल्खनीय है कि, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में बुधवार को दोपहर तीन बजे मंत्रालय में कैबिनेट की तीसरी बैठक चल रही है। इसमें सबसे जरूरी मुद्दा किसानों से धान खरीदी हो सकता है, क्योंकि इस सीजन राज्य सरकार 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य लेकर चल रही है। लेकिन अभी तक 66.78 लाख मीट्रिक धान की खरीदी की गई है। सरकार अब तक निर्धारित लक्ष्य का केवल आधा ही धान खरीद पाई है। वहीं जनवरी का महीना धान खरीदी का आखिरी महीना है, इसलिए सरकार इस पर समीक्षा कर सकती है।
रामलला दर्शन योजना पर सरकार ले सकती है फैसला
दूसरी ओर धान खरीदी को लेकर विपक्ष की तरफ से टाइम बढ़ाने की मांग की जा रही है। कांग्रेस की मांग है कि, धान खरीदी का समय दो महीने बढ़ाया जाए। कैबिनेट इस बैठक में महतारी वंदन योजना, पीएम आवास योजना और रामलला दर्शन योजना पर भी जरूरी फैसले ले सकती है, क्योंकि इसी महीने 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का बड़ा आयोजन होने जा रहा है। ऐसे में सरकार इस योजना को राज्य में कैसे लागू करेगी। इस पर निर्णय लिया जा सकता है। साथ ही सरकार महतारी वंदन योजना को भी जल्द लागू करने पर फैसला कर सकती है।
राजिम मेला को कुंभ मेला घोषणा कर सकती सरकार
चर्चा है कि, कांग्रेस सरकार की कुछ बड़ी योजनाएं जिन पर बीजेपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन योजनाओं की भी समीक्षा इस कैबिनेट की बैठक में हो सकती है। इसके अलावा राजिम में होने वाले बड़े मेले पर भी विष्णुदेव साय सरकार फैसला ले सकती है, क्योंकि 2018 के पहले जब बीजेपी सरकार थी तो छत्तीसगढ़ के प्रयाग माने जाने वाले राजिम में कुंभ मेला का आयोजन किया जाता था। लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसे माघी पुन्नी मेला कर दिया गया। अब एक बार फिर राज्य में बीजेपी की सरकार आई है तो माना जा रहा है कि, कैबिनेट की बैठक में राजिम मेले को लेकर निर्णय लिया जा सकता है।एक बार फिर राजिम कुंभ कराने का प्रस्ताव कैबिनेट में आ सकता है।