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डीजीपी अशोक जुनेजा ने गृह मंत्री विजय शर्मा का हवाला देते हुए कहा कि, मंत्री जी नशे को लेकर काफी गंभीर हैं। इसलिए इस पर हो रही कार्रवाईयों में और तेजी लाई जाने की जरुरत है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा ने डीजीपी अशोक जुनेजा को फोन कर नाराजगी जताई थी। जिसको लेकर बुधवार को डीजीपी अशोक जुनेजा ने की पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की आपात बैठक ली है। करीब घंटेभर चली आपात बैठक अब समाप्त हो गयी है।

नशे को लेकर पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की आपात बैठक समाप्त हो गई है। करीब घंटे भर तक चली बैठक में प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को नशे के खिलाफ अभियान तेज करने कहा गया। डीजीपी अशोक जुनेजा ने गृह मंत्री विजय शर्मा का हवाला देते हुए कहा कि, मंत्री जी नशे को लेकर काफी गंभीर हैं। इसलिए इस पर हो रही कार्रवाईयों में और तेजी लाई जाने की जरुरत है।

हर 15 दिन में हो रही कार्रवाइयों डीजीपी करेंगे समीक्षा 

डीजीपी श्री जुनेजा ने आगे कहा कि, नए पुलिस एक्ट के बारे में भी सभी पुलिस अधिकारियों को जागरुक किया जावें। नशे के खिलाफ कार्रवाइयों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि, अब हर 15 दिन में वे कार्रवाईयों की समीक्षा करेंगे और महीने में किसी भी जिले का आकस्मिक दौरा भी करेंगे।  गृह मंत्री विजय शर्मा नशे के खिलाफ कार्रवाई तेज न होने से पुलिस महकमा से बेहद नाराज है। कल देर शाम उन्होंने डीजीपी अशोक जुनेजा से फोन पर बात कर निर्देश भी दिए थे. जहां उन्होंने नशे के खिलाफ कार्रवाई ना करने पर नाराजगी जताई थी।

गृहमंत्री ने नशे को लेकर जताई थी नाराजगी 

प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा इन दिनो पुलिस महकमे से खासे नाराज चल रहे हैं। वजह नशे के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई बरतना बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार की शाम श्री शर्मा ने डीजीपी अशोक जुनेजा से फोन पर बात कर नशे के खिलाफ कार्रवाई ना होते दिखने पर नाराजगी जताई थी। पिछले सप्ताह ही क्राइम कंट्रोल पर अपनी प्लानिंग बताते हुए श्री शर्मा ने सूखे नशे को बढ़ते क्राइम की जड़ बताया था। उन्होंने नशे के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के निर्देश भी पुलिस को दिए थे। लेकिन कई दिन बाद भी नशे के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई ना होता देख उन्होंने मंगलवार की शाम डीजीपी को फोन किया। 

एसपी, आईजी को देर रात मिला संदेश

बताया जा रहा है कि, गृह मंत्री के फोन के बाद पीएचक्यू में हरकत तेज हो गई है। तुरंत एसपी, आईजी के व्हाट्सएप ग्रुपों में इमरजेंसी मीटिंग का मैसेज डाला गया। एसपी, आईजी को दो लाइन के संदेश में कहा गया...10 जनवरी को दोपहर 12 बजे डीजीपी साहब नशे पर कार्रवाई के संबंध में चर्चा करेंगे। तैयारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में कनेक्ट हों। 

एसपी दफ्तरों में चल रही तैयारियां

 पीएचक्यू से मिले सख्त संदेश के बाद हड़कंच मच गया। कई जिलों में आधी रात को एसपी आफिस खुलवाया गया, सारे अधिकारियों को तलब कर कार्रवाई की जानकारी ली गई। आज सुबह से ही एसपी कार्यालयों में आंकड़े तैयार किए जा रहे हैं।

एसपी, आईजी कांफ्रेंस में भी उठी थी बात

बता दें, विजय शर्मा ने गृह मंत्रालय की कमान संभालने के बाद ही पुलिस अधिकारियों को बता दिया था कि, वे नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं। इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके बाद डीजीपी अशोक जुनेजा ने 27 दिसंबर को एसपी और आईजी की कांफ्रेंस लेकर गृह मंत्री की चिंता से अवगत कराते हुए कार्रवाई करने कहा था। मगर ज्यादातर जिलों ने कोई मुहिम नहीं चलाई गई।

कई जिलों में मीटिंग तक नहीं हुई

 कई जिलों के एसपी ने तो डीजीपी के निर्देश के बाद भी जिले के अफसरों की मीटिंग तक नहीं की। इसकी भनक गृह मंत्री को लग गई कि, उनके बोलने के बाद भी पुलिस महकमा हरकत में नहीं आया है। फिर उन्होंने अफसरों की जमकर क्लास ले ली। दरअसल, गृह मंत्री विजय शर्मा को फीडबैक मिला है कि नशे की वजह से छत्तीसगढ़ में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। नशे पर बिना लगाम लगाए अपराधों पर काबू नहीं पाया जा सकता।

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