रायपुर। ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले जालसाज नए पैंतरे अजमाते हुए लोगों के पास फर्जी ई-मेल, वाट्स एप मैसेज भेजकर अलग-अलग तरह की जालसाजी कर पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे हैं। जालसाज अपने शिकार के पास बकायदा साइबर सेल तथा इंटिलिजेंस ब्यूरो का लोगों को पत्र भेजकर 24 घंटे के भीतर जवाब मांग रहे हैं, जवाब नहीं देने की स्थिति में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे हैं। राहत की बात ये है कि जिन लोगों के पास इस तरह ठगी संबंधी मैसेज आए हैं, उन लोगों से जालसाज ठगी नहीं कर पाए हैं।
पुलिस के मुताबिक, जालसाज फेक आईडी बनाकर चोरी डेटा से हासिल मोबाइल नंबर तथा ई-मेल के माध्यम से लोगों के पास चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का मैसेज भेज रहे हैं। मैसेज भेजने वाले अपने शिकार को यकीन दिलाने एआई के माध्यम से चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का फोटो एडिट कर भेज रहे तथा उनके खिलाफ चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का अपराध दर्ज होने का झांसा दे रहे हैं। जालसाज अपने शिकार को कानूनी अंदाज में धमकी देते हुए उनके खिलाफ पोर्नोग्रॉफी एक्ट के तहत अपराध दर्ज होने का झांसा देते हैं। साथ ही उन्हें 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कहा जाता है। जवाब नहीं देने पर वारंट जारी कर गिरफ्तार करने की धमकी देते हैं।
केस - 1
देवेंद्र नगर थाने में अभिषेक ने शिकायत दर्ज कराई कि उनकी कंपनी के ई-मेल आईडी पर चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी को लेकर एक मैसेज आया था। ई-मेल में एक लेटर अटैच था, जिसमें लिखा था कि वे चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी के केस में फंस रहे हैं।
अभिषेक के पास इस तरह एक सप्ताह के भीतर दो ई-मेल आए थे। इसके बाद अभिषेक ने साइबर एक्सपर्ट से बात की तो वह मेल फर्जी पाया गया। इसके बाद उसने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई।
केस - 2
चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी के केस में फंसने संबंधी मैसेज कारोबारी नितिन वर्मा के पास भी आया था। ई-मेल पढ़ने के बाद कारोबारी बुरी तरह से घबरा गया। ई- मेल करने वाले जालसाज ने कारोबारी को मामला सेटलमेंट करने पैसों की मांग की। इसके बाद कारोबारी ने पुलिस से संपर्क किया तो उन्हें ई-मेल के फर्जी होने के बारे में जानकारी मिली।
इस तरह से भी कर रहे जालसाजी
जालसाज किसी अनजान व्यक्ति को वीडियो कॉल कर न्यूड फोटो का स्क्रीन शॉट लेकर किसी अन्य नंबर से वाट्स एप कर पोर्नोग्रॉफी केस में फंसाने की धमकी देकर पैसों की मांग करते हैं। पैसे नहीं देने पर उनका न्यूड फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कर बदनाम करने की धमकी देते हैं। इस तरह के ट्रेंड पिछले तीन-चार वर्षों से चल रहा है।
स्थानीय पुलिस करती है कार्रवाई
गौरतलब है कि, किसी मोबाइल नंबर से चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी संबंधित वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की स्थिति में केंद्रीय एजेंसी संबंधित राज्य के पुलिस मुख्यालय को संबंधित मोबाइल धारक के बारे में जानकारी देती है। इसके बाद आईपी एड्रेस ट्रेस कर स्थानीय पुलिस चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का वीडियो, फोटो अपलोड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है।
चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी की आड़ में कर रहे हाउस अरेस्ट
अब तक जिन लोगों के पास चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का केस दर्ज होने संबंधी ई- मेल या वाट्स एप मैसेज आए हैं, उन लोगों को जालसाज ये भी धमकी दिए हैं कि उनका मोबाइल नंबर सर्विलांस में रख लिया गया है। मामले की जांच होते तक वे कहीं न जाएं, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह के मैसेज से घबराए परेशान लोग स्थानीय पुलिस के पास मदद मांगने पहुंचे, तब उन्हें अपने साथ ठगी की कोशिश होने की जानकारी मिली।
इस तरह पैसों की डिमांड
ई-मेल भेजने वाले अपने आपको सीबीआई की भारतीय साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन की इकाई बताते हैं। जालसाज आईटी एक्ट की धाराओं के बारे में जानकारी देते हुए संबंधित मोबाइल धारक को उनके नंबर से सोशल मीडिया पर चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी का वीडियो अपलोड होने का झांसा देते हैं। जालसाज अपने शिकार को व्यक्तिगत तौर पर संपर्क कर उनका पक्ष जानने के बात कहकर मामले को रफा-दफा करने पैसों की डिमांड करते हैं। पैसे नहीं देने पर गिरफ्तारी के साथ उनके नाम सामाचार माध्यमों से सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं।
जांच कर रहे
डीएसपी क्राइम संजय सिंह ने बताया कि, चाइल्ड पोर्नोग्राफी की मॉनिटरिंग इंटरनेशनल लेवल पर होती है। ऐसे मामलों में केंद्रीय एजेंसी संबंधित राज्य के पुलिस मुख्यालय के माध्यम से कार्रवाई करती है। चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी को लेकर अगर कोई मेल भेजता है तो उसकी सत्यता की पड़ताल कर लेनी चाहिए। इस तरह की शिकायतें आई हैं, जिसकी जांच की जा रही है।