रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को मैदान में उतारा है। दो दिन पहले जब वे कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे तब उनकी मौजूदगी में कांग्रेस कार्यकर्ता सुरेंद्र दाऊ ने मंच से उन्हें जमकर खरी-खरी सुनाई थी। इसी के बाद अब उन्होंने भूपेश बघेल को राजनांदगांव से लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने के खिलाफ बाकायदा मोर्चा खोल दिया है।
कांग्रेस के कुछ नेता भूपेश बघेल का टिकट वापस लेकर राजनांदगांव के किसी स्थानीय नेता को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। वहीं प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर सुरेंद्र दास वैष्णव (सुरेंद्र दाऊ) मुखर हैं। सुरेंद्र दाऊ जिला पंचायत और प्रदेश किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने इसके लिए बाकायदा पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर प्रत्याशी बदलने की मांग की है। उनके साथ कई कार्यकर्ता भी पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर बीजेपी से सांठगांठ करने का आरोप लगा रहे हैं।
18 मार्च को मंच से लगाया था उपेक्षा का आरोप
उल्लेखनीय है कि, पूर्व सीएम भूपेश बघेल 18 मार्च को राजनांदगांव ग्रामीण क्षेत्र के कोठरिया बाड़ी में कार्यकर्ता सम्मेलन के आयोजन में हिस्सा लेने गए थे। इस दौरान सुरेंद्र दाऊ ने मंच से ही पूर्व सीएम और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि, हमारी पंच, सरपंच की दरी उठाने की ही जिम्मेदारी है क्या? अगर भिलाई-दुर्ग में पंचायत के चुनाव होंगे तो हम वहां भी काम करने के लिए तैयार हैं। 5 साल बहुत से हमारे नेताओं ने कहा कि, कार्यकर्ताओं को लेकर चिंतन-मनन किया। क्या इसमें हम कार्यकर्ताओं को बुलाया गया। इन लोगों ने बंद कमरे में बैठकर चिंतन-मनन किया। हम इस बात को डंके की चोट पर कहते हैं कि किसानों को भाजपा की सरकार 3100 रुपए धान के दे पा रही है, वो भूपेश बघेल की देन है।
कई बड़े पदों पर रह चुके हैं सुरेंद्र दाऊ
आपको बता दें कि, सुरेंद्र दाऊ पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष हैं। वे किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अब पार्टी ने उनसे जवाब मांगा है और जवाब पेश ना करने पर उन पर एक तरफ़ा कार्यवाही की बात कही गई है।