आकाश पवार-पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के गौरेला, पेंड्रा, मरवाही जिले के जंगल में 5 माह के भालू के शावक का शव मिला था। इस मामले में कार्रवाई कर वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से भालू के शरीर से गायब किए गए अंग और एक कुल्हाड़ी बरामद किया गया है। पूरा मामला मरवाही वन परिक्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों के नाम अयोध्या यादव, अमृतलाल और भाव सिंह है। बताया जा रहा है कि, देर शाम मरवाही वन मंडल के लटकोनीखुर्द गांव के पास जंगल में जब ग्रामीण अपने मवेशी चराने के लिए गए हुए थे। तो वे लोग वहां पर भालू के एक नर शावक का शव देखा गया। वहीं भालू के नर शावक के शरीर मे कुछ चोट के निशान भी ग्रामीणों के ने देखा। इसके बाद इसकी जानकारी वन विभाग की टीम को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंचकर शव की शिनाख्त किया गया। जहां शव के शिनाख्त के दौरान भालू के पीछे के दो पैर के पंजे आगे के पैर का एक पंजा सहित गुप्तांग शरीर से गायब था। इसके बाद वन विभाग के आलाअधिकारियों की मौजूदगी में मृत मिले शावक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।शव के पोस्टमार्टम के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए रायपुर जंगल सफारी से डॉग स्क्वाड और स्थानीय वन हमले को तत्काल मामले में जांच के लिए निर्देशित किया गया।
रायपुर से बुलाई गई डाॅग स्क्वाड की टीम
इस मामले में मरवाही डीएफओ को शशि कुमार के नेतृत्व में रायपुर से स्क्वाड बुलाकर आरोपियों की पतासाजी की गई। ग्रामीणों ने बताया कि, रविवार शाम को जंगल की ओर से भालुओं के आपसी लड़ाई की आवाजें जंगल से आ रही थी। वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के भालू के शरीर से गायब किए गए अंग और एक कुल्हाड़ी बरामद किया गया। फिलहाल वन विभाग की टीम ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की है।