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जनरल कोच के दो कोच के बाद गार्ड रूम था, यात्रियों का शोर सुनकर गार्ड ने तत्काल ट्रेन रोकी, जिससे मां और मासूम बच्चे की जान बच गई।

रायपुर। रायपुर रेलवे स्टेशन पर रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। सुबह 11.30 बजे हावड़ा-मुंबई एसएमटी एक्सप्रेस से नीचे उतरने की जल्दबाजी में एक महिला का पैर फिसल गया और वह 8 माह के बच्चे के साथ सीधे ट्रेक के किनारे जा गिरी। गनीमत ये रही कि, मां और बच्चा ट्रेन के चक्के के नीचे नहीं आए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। जिस वक्त घटना हुई, ट्रेन की रफ्तार कम थी और ट्रेन के गार्ड की तत्परता से ट्रेन चंद सेकंड में ही रुक गई। 

मौके पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि, ट्रेन रुकने से पहले ही महिला हाथ में 8 माह के बच्चे को लिए उलटी दिशा की ओर उतरने लगी, इस दौरान उसका पैर फिसल गया, संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गई। घटना के बाद ट्रेन और प्लेटफार्म पर चीख-पुकार मच गई। जनरल कोच के दो कोच के बाद गार्ड रूम था, यात्रियों का शोर सुनकर गार्ड ने तत्काल ट्रेन रोकी, जिससे मां और मासूम बच्चे की जान बच गई।

दोनों को गिरने से लगीं मामूली चोटें

पैर फिसलने से गिरी मां और बच्चे को मामूली चोटें आई हैं। आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर दोनों को प्लेटफार्म पर प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल भेजा गया। इस दौरान 15 से 20 मिनट तक ट्रेन प्लेटफार्म में खड़ी रही। आरपीएफ ने बताया कि ऐसी लापरवाही भारी पड़ सकती थी। ट्रेन से उतरने की जल्दबाजी में जान जा सकती थी। बड़ा हादसा हो सकता था।

मां-बच्चे और चक्के के बीच था 20 सेमी. का गेप

महिला का संतुलन बिगड़ने के बाद लोगों ने उसे प्लेटफार्म की ओर खींचने का प्रयास किया, लेकिन महिला नीचे पटरी के किनारे गिर गई। महिला और ट्रेन के चक्के के बीच केवल 20 सेंटीमीटर का फर्क था। लोगों ने जब ट्रेन गुजरने के बाद नीचे देखा तो महिला और बच्चा पटरी के साइड में लेटे हुए थे। दोनों को सुरक्षित देखकर सभी राहत की सांस ली। आरपीएफ के मुताबिक ट्रेन ऊपर से नहीं गुजरी थी।

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