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शहर में शिक्षकों को बुनियादी शिक्षा की ट्रेनिंग दी जा रही है। मंगलवार को प्रशिक्षण में आई एक शिक्षिका अपनी मासूम बेटी को भी लाई थी। टंकी में गिरने से उसकी मौत हो गई।

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के डाइट में प्रशिक्षण के लिए आई शिक्षिका के बच्ची की डूबने से मौत हो गई।  बच्ची खेलते हुए परिसर में बनी टंकी में गिर गई। इस टंकी को प्लाई के ढक्कन से बंद किया गया था और संभावना जताई जा रही है कि खेलने के दौरान बच्ची प्लाई पर चढ़ गई और सीधे टंकी में गिर गई। इधर बच्ची की खोजबीन करते हुए मां व डाइट प्रबंधनद्वारा बच्ची को टंकी से बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बच्ची को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं डाइट प्रबंधन की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है। इतने बड़े परिसर में अनुपयोगी पानी टंकी को महज प्लाई के सहारे ढंककर सुरक्षित किया गया था। 

बताया जा रहा है कि,  बनारस रोड स्थित जिला शिक्षा एवं शिक्षण संस्थान में नई शिक्षा निति के तहत फाउंडेशनल लिट्रेसी एन्ड न्यूमरेसी ( एफएलएन) के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में लखनपुर विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक शाला भंडार पारा में पदस्थ शिक्षिका कलावती भी अपनी चार वर्षीया बच्ची ध्वनि के साथ प्रशिक्षण लेने आई हुई थी। सोमवार को पहले दिन का प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद आज दूसरे दिन का प्रशिक्षण चल रहा था। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षिका की बच्ची ध्वनि परिसर में खेल रही थी। इस बीच दोपहर लगभग 12 बजे जब मां ने अपनी बच्ची को देखा तो वह कमरे के बाहर नजर नहीं आई ऐसे में उनसे बाहर निकलकर बच्ची को खोजना शुरू किया।

बच्चों को लाने की अनुमति नही

इस पूरे मामले में डाइट प्रबंधन का कहना है कि प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को लाने की अनुमति नही है। अगर शिक्षिकाए बच्चों को लेकर आती है तो उन्हें अपने बच्चों की देखभाल के लिए भी किसी को लाना चाहिए लेकिन इस तरह की बातों से प्रबंधन अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ता नजर आया।

जांच के बाद होगी कार्रवाई

एसडीओपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि, इस मामले की जांच चल रही है। बच्ची की लाश को पीएम उपरांत परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। 

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