रायपुर। संसदीय चुनाव में मतदान के अंतिम आंकड़े आ गए हैं। 11 लोकसभा सीट में पर 72.80 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह वर्ष 2019 की तुलना में 1.31 प्रतिशत अधिक है। कुल 2 करोड़ 6 लाख 58 हजार वोटरों में से 1 करोड़ 50 लाख 40 हजार 444 ने वोट डाले। आधी आबादी पर अधिक फोकस वाले इस चुनाव में महिलाएं मताधिकार का प्रयोग करने में इस बार पीछे रह गईं। पुरुष मतदाताओं की तुलना में 1.17 प्रतिशत कम महिलाओं ने वोट डाले, इस कारण भाजपा और कांग्रेस ही नहीं बल्कि राजनीति के जानकारों का भी समीकरण उलझ गया है। हालांकि दोनों दल इसे लेकर अपने-अपने पक्ष में दावे भी कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के सभी चरण के मतदान में कुल 7280 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 73.40 प्रतिशत पुरुष 72.23 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाला। प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले लगभग 1 लाख 80 हजार अधिक है। निर्वाचन कार्यालय के अनुसार 75 लाख 15 हजार 102 पुरुष व 75 लाख 25 हजार 123 महिलाओं के अलावा पांच अन्य मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां पर आंकड़े देखें तो महिलाओं के वोट केवल 10 हजार अधिक हैं। चुनाव महिलाओं को निर्णायक माना जा रहा था। मतदान के बाद अब जीत-हार के आकलन का आधार भी बदलता दिख रहा है।
पांच विधानसभा में महिलाओं ने दिखाया दम
जांजगीर लोकसभा के छह विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोटिंग किया। यहां के कसडोल, पामगढ़, बिलाईगढ़,जैजपुर, सक्ती और अकलतरा विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत अधिक रहा। यहां की चंद्रपुर और जांजगीर-चांपा विधानसभा में पुरुष मतदाता से महिलाएं पीछे रहीं।
सीएम के क्षेत्र कुनकुरी में महिला वोटर आगे
रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी में महिला वोटरों ने पुरुषों के मुकाबले लगभग 2 प्रतिशत अधिक वोट किया। यहां के खरसिया और सारंगढ़ विधानसभा में भी महिलाओं का वोट प्रतिशत अधिक रहा। शेष विधानसभा में पुरुष मतदाता आगे रहे।
9 लोकसभा में एक या दो विस में महिलाएं रहीं आगे
निर्वाचन द्वारा जारी आंकड़ों को देखा जाए तो अधिकतर लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं का वोट प्रतिशत घटा है। बस्तर लोकसभा के 8 विधानसभा क्षेत्र में नारायणपुर को छोड़कर सभी जगह महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले कम रहा। कांकेर लोकसभा में डौंडीलोहारा विधानसभा को छोड़कर सभी विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से कम रहा। राजनांदगांव में खुज्जी और मोहला मानपुर में महिलाओं ने ज्यादा वोट किया, शेष विधानसभा में वे पुरुषों से पीछे रहीं। दुर्ग लोकसभा में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत कम रहा। कई विधानसभा क्षेत्रों में 2 से 4 प्रतिशत तक का अंतर देखा गया। महासमुंद लोकसभा में बिंदानवागढ़ विधानसभा को छोड़कर सभी जगहों पर महिलाओं ने कम मतदान किया। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में मस्तुरी विधानसभा को छोड़कर सभी जगहों पर महिलाएं पुरुषों से पीछे रहीं। कोरबा लोकसभा जहां पर कांग्रेस और भाजपा से महिला प्रत्याशी उतारे गाए वहां पर महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से कम रहा। सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में प्रतापपुर और सामनुजगंज को छोड़ कर अन्य विधानसभा में पुरुष मतदाता महिलाओं से आगे रहे।