Logo
साेसायटियाें में सिर्फ खातेदार किसानों को ही खाद देने के नियम में बदलाव के कारण बिना खाताधारी किसानों को खाद नहीं मिल रही है।

कुश अग्रवाल - पलारी। मानसून आने के साथ ही खरीफ सीजन की शुरूआत हो चुकी है। किसान धान की फसलों की बुवाई के लिए खाद, बीज से लेकर तमाम तैयारी करता नजर आ रहा हैं। विशेषकर खाद और यूरिया की पर्याप्त तैयारी करता नजर आ रहा है। जिले के अधिकतर किसान सहकारी समितियों के माध्यम से खाद लेते है। इसके लिए सोसाइटी में पर्याप्त मात्रा में पहले से यूरिया, डीएपी, पोटाश खाद का भंडारण किया जा चुका है। सोसायटी में सिर्फ खातेदार किसानों को ही खाद देने का नियम है। इससे बिना खाते वाले किसानों को बाजारों से खाद खरीदना पड़ रहा है।

अफसरों ने कहा कि, नगदी खाद का वितरण बंद करने का उद्देश्य भ्रष्टाचार को बंद करना है। इससे सोसायटी से सिर्फ खातेदार को ही शासकीय दामों में खाद मिलेगा। अगर किसानों को खाद लेना है, तो वह स्वयं का खाता खुलाकर इसका लाभ ले सकता हैं। किसान सोसाइटी में खाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं उन्हें उनकी कृषि भूमि के अनुसार खाद उपलब्ध कराए जा रहा हैं। 

दुकानदार नियम का कर रहे पालन

उन्होंने कहा कि, खुले बाजार में भी खाद का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक है, प्रशासन ने सिर्फ किसानों को ही खाद मिले और इसकी कालाबाजारी ना हो इसके लिए किसानों को आधार कार्ड, पास मशीन के जरिए ही खाद बेचने का नियम बनाया है,जिसे दुकानदारों के द्वारा पालन किया जा रहा है।

5379487