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राजधानी में 14 मई को अहाता का ठेका होने के बाद ज्यादातर ठेकेदारों ने ढंग की व्यवस्था किए बगैर ही अहाता शुरू कर दिया है। 

रायपुर। राजधानी से साथ राज्य में पियक्कड़ों के लिए शराब पीने सुरक्षित ठिकाना उपलब्ध कराने अहाता की व्यवस्था की गई है। राजधानी में 14 मई को अहाता का ठेका होने के बाद ज्यादातर ठेकेदारों ने ढंग की व्यवस्था किए बगैर ही अहाता शुरू कर दिया है। ऐसे में आसपास खाली शीशियां, खाली चखना पैकेट, प्लास्टिक डिस्पोजल गिलास समेत तमाम तरह की गंदगी फैली दिख रही है। हरिभूमि की टीम रविवार को शराब दुकानों के पास संचालित अहातों की पड़ताल करने पहुंची तो अव्यवस्थाओं के बीच अहाता संचालित होना पाया गया। साथ ही जहां अहाते संचालित किए जा रहे हैं, उसके आसपास गंदगी पसरी मिली। 

शराब दुकान के आसपास साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए तथा शासन को अतिरिक्त राजस्व मिले, इस उद्देश्य से अहाते शुरू किए गए हैं। जिले में 56 शराब दुकानों में से 55 दुकानों के लिए अहाता संचालित करने ठेका दिया गया था, इनमें से पांच ठेकेदारों ने अहाता संचालित करने पैसे जमा नहीं किए, इस वजह से उनका ठेका निरस्त कर दिया गया।

ये सुविधाएं जरूरी

अहाता संचालकों को निर्देश दिया गया है कि जिस शराब दुकान के पास इसका संचालन किया जाएगा, वहां शराब पीने वालों के लिए बैठने की सुविधा रहेगी। साथ ही अहाता संचालक शराब पीने वालों को खाने-पीने का सामान बेच सकते हैं। शराब की खाली शीशियां तथा बोतलें अहाता संचालक की होंगी। वर्तमान में यहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है। संचालक शराब पीने वालों को खाने-पीने का सामान तो बेच रहे हैं, लेकिन उनके बैठने की उचित व्यवस्था नहीं की है।

ऐसे चल रहे अहाते

शराब दुकान के पास अहाता संचालित करने का ठेका फायनल होने के दूसरे-तीसरे। दिन से ही ठेकेदारों ने बगैर उचित व्यवस्था किए ठेले तथा टेंट में इसका संचालन शुरू कर दिया है। भाठागांव स्थित देशी, विदेशी शराब दुकान के पास टेंट में अहाता संचालित किया जा रहा है। इसी तरह से पुराना बस स्टैंड स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के बाजू में अस्थायी तौर पर स्टाल लगाकर अहाता संचालित किया जा रहा है।

 

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