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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत कोरिया जिले के भी तालाबों का गहरीकरण, उन्नयन किया गया। इससे ग्रामीणों को काफी लाभ मिल रहा है। 

रविकांत सिंह राजपूत- बैकुण्ठपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार केंद्र सरकार की योजनाओं को सफलता पूर्वक क्रियान्वित कर रही है। इसके परिणाम भी अब दिखने लगे हैं।

उल्लेखनीय है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव की गतिविधियों को प्रारंभ किया था। इसके तहत प्रत्येक विकासखण्ड में महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत प्रथम चरण में 25 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य भी शामिल किया गया था। इसके तहत कोरिया जिले के सोनहत जनपद पंचायत में भी एक एकड़ से ज्यादा क्षमता के तालाबों का गहरीकरण, उन्नयन करते हुए उन तालाबों को अमृत सरोवर के तौर पर एक व्यवस्थित जल संसाधन तैयार किया गया। अब इन अमृत सरोवरों का पूरा लाभ स्थानीय ग्रामीणों और आस-पास के किसानों को मिल रहा है। 

अमृत सरोवर मिशन अमृतपुर वासियों के लिए बना वरदान 

इसी तरह का सोनहत वनांचल के ग्राम पंचायत अमृतपुर के गोंडपारा में पूर्व से बने सेमरिया तालाब को भी अमृत सरोवर मिशन के अंतर्गत चयनित करते हुए तालाब का गहरीकरण और उन्नयन कार्य किया गया। जिससे अब यह आस पास के किसान परिवारों के लिए बहुपयोगी जल संसाधन साबित हो रहा है। इस अमृत सरोवर से स्थानीय जन निस्तार हेतु पानी प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही कई वनवासी परिवार इससे अपनी खेती सींचकर अच्छी फसल भी ले रहे हैं। 

farmers' thriving harvest
किसानों की लहलहाती फसल

साफ-सफाई के बाद लबालब भरने लगा सेमरिया तालाब

सोनहत जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अमृतपुर में वर्षों पुराना एक तालाब था गोंड समुदाय की बहुलता वाले इस मोहल्ले में पहले से बने इस तालाब को लोग सेमरिया तालाब के नाम से जानते थे। इस तालाब का सही रखरखाव न होने से इसमें गाद की मात्रा बढ़ गई थी और जलसंचय काफी कम हो गया था। यहां रहने वाले आदिवासी परिवारों के सदस्य जगनारायण, बैजनाथ और दलबीर ने बताया कि, देख-रेख और साफ-सफाई ना होने के कारण सेमरिया तालाब काफी ज्यादा खराब स्थिति में आ गया था। बारिश के दिनों में थोड़ा पानी रूकता था लेकिन बारिश का मौसम खत्म होते ही यह सूखने लगता। सिंचाई की बात तो दूर, हमको निस्तार के लिए और पशुओं को पानी पिलाने के लिए ही बड़ी दिक्कत होती थी। 

Wave of happiness among the villagers of Amritpur
अमृतपुर के ग्रामीणों में खुशी की लहर

किसानों को धान की अच्छी फसल मिली

ग्रामीणों ने बताया कि, अमृत सरोवर के लिए चयनित होने के बाद ग्राम पंचायत को महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत लगभग दस लाख रूपए प्राप्त हुए। जिसमें हम सबने इस तालाब में गहरीकरण किया और तालाब के आस पास क्षेत्र में पूरी साफ-सफाई की। इसके बाद हुई बारिश में यह तालाब अच्छी तरह से भर गया है। इस कार्य की देख-रेख करने वाले तकनीकी सहायक प्रभात साहू ने बताया कि, तालाब की लंबाई 80 मीटर और चौड़ाई 76 मीटर है। तालाब में भरपूर पानी होने से आस पास के खेतों में भी खूब नमी है और यहां लगभग 13 एकड़ खेतों में अच्छी धान की फसल हुई है। 

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तालाब के पानी से ग्रामीणों को मिल रहा लाभ 

यहां रहने वाले किसान दलबीर,  जयमंगल ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में धान की फसल के अलावा सब्जी और दलहन की फसल भी बोई है। गोंडपारा में मनरेगा के तहत उन्नयन किए गए इस अमृत सरोवर में लगभग दस हजार घनमीटर से ज्यादा जल भराव हुआ है और इससे आस पास के क्षेत्र में जलस्तर समृद्ध हो रहा है। इस अमृत सरोवर से यहां के 25 परिवारों को इसका निस्तार और सिंचाई के साथ पशुपालन के लिए सीधा लाभ मिल रहा है।

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