राहुल भूतड़ा- बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम भेंडी के आंगनबाड़ी केंद्र में 3 साल के मासूम की पास की नाली में ही मौत हो गई थी। इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद भी अब तक महिला बाल विकास विभाग की नींद नहीं खुली है। इसके बावजूद बच्चों की जिंदगी को दांव पर रखकर असुरक्षित स्थानों में आंगनबाड़ी का संचालन किया जा रहा है।
दरसअल। बालोद जिला मुख्यालय से 10 किमी. दूर ग्राम भेड़िया- नवागांव में नाली से आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-2 लगा हुआ है। जो कि, बच्चों के लिए खतरा साबित हो रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 2 के सामने 3 फीट से ज्यादा गहरी निकासी नाली है। नाली में पानी भरा हुआ है और आस- पास में कीचड़ है। चिंता की बात तो यह है कि, आंगनबाड़ी की बाउंड्री खुली हुई है। जहां से बच्चे बाहर की ओर निकलते हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं।
बालोद जिले के ग्राम भेंडी के आंगनबाड़ी केंद्र में 3 साल के मासूम की पास की नाली में ही मौत हो गई थी. इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद भी अब तक महिला बाल विकास विभाग की नींद नहीं खुली है. @BalodDistrict #Chhattisgarh @WCDCgGov pic.twitter.com/j2dqPPsrDh
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 31, 2024
कलेक्टर के आदेशों का नहीं हो रहा पालन
आपको बता दें कि, कुछ दिनों पहले ऐसी ही लापरवाही की वजह से ग्राम भेंडी के आंगनवाड़ी केंद्र में एक 3 साल के मासूम की नाली में डूबने से मौत हो गई थी। जिसके बाद इस तरह की लापरवाही बरतने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने सुरक्षित जगह में आंगनबाड़ियों का संचालन करने के कड़े निर्देश दिए थे। लेकिन इसके बावजूद महिला बाल विकास के जिम्मेदार अधिकारी कलेक्टर के निर्देश की अवहेलना कर रहे हैं। जिसकी वजह से ऐसे असुरक्षित स्थानों पर आंगनबाड़ी केंद्रों को संचालित कर बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।