छन्नू खंडेलवाल-मांढर। छत्तीसगढ़ के गिरौद ओवरब्रिज लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। ओवरब्रिज पर गहरे-गहरे गड्ढों की वजह से राहगीरों को आवाजाही में खासी दिक्कत हो रही है। वहीं स्थानीय लोगों की माने तो साल भर से संबंधित विभाग के अफसरों से शिकायत कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं ओवरब्रिज की बदहाली से लोग परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि, 15 साल पहले धलेनी बाईपास से मंदिर हसौद तक लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क का निर्माण किया गया था। इसी बीच में टेकारी गिरौद रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण हुआ था। जिसकी लंबाई लगभग 500 मीटर है। इस ओवरब्रिज के निर्माण में कमीशन खोरी इस कदर हुई है। यह ओवरब्रिज पर बने बड़े-बड़े गड्ढे देखकर आसानी से जाना जा सकता है। अब यह गड्ढे कोई दो चार इंच के नहीं बल्कि तीन-तीन फिट की गहरे हो चुके हैं।
लोक निर्माण विभाग नहीं दे रहे ध्यान
15 साल पुराने ओवरब्रिज में एक छोर से दूसरे छोर तक बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं, लेकिन न तो प्रशासन और ना ही लोक निर्माण विभाग ही इस ओर ध्यान दे रहा है। आए दिन इस ओवरब्रिज पर दोपहिया वाहन पलट रहे हैं और लोगों की जान जा रही है।उसके बाद भी जिम्मेदार अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ओवरब्रिज पर 80 से ज्यादा बड़े गड्ढे
इस ओवरब्रिज में एक ओर से दूसरे छोर तक 80 से ज्यादा बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। आए दिन दोपहिया वाहन से गिरकर लोग घायल हो रहे हैं। कभी-कभी तो ओवरब्रिज पर उड़ती धूल के चलते गड्ढे दिखाई ही नहीं पड़ते हैं। इससे सबसे ज्यादा मोटरसाइकिल चालकों को परेशानियों को सामना करना पड़ता है।