राहुल भूतड़ा- बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुरुर ब्लाक के आदिवासी अंचल ग्राम पेटेचुवा मे संचालित पोल्ट्री फार्म के खिलाफ ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे हैं। फार्म को बंद करवाने और संचालक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर ग्राम पेटेचुवा, बड़भूम, हितेकसा के सैकड़ों ग्रामीण गुरुवार को कलेक्टरेट पहुंचे। लेकिन वहां तैनात पुलिस बल ने ग्रामीणों को कलेक्टरेट के गेट पर ही रोक दिया।
जिला प्रशासन की तरफ से आये अधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर ग्रामीणों ने पोल्ट्री फार्म से हो रही समस्या को बताया। ग्रामीणों की माने तो पोल्ट्री फार्म में दुष्कर्म जैसा बड़ा अपराध हुआ है। ऐसे में गांव की महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। पोल्ट्री फार्म से लगे खेतो में किसान काम करने नही जा पा रहे है और फार्म से आ रही बदबू से सभी लोग परेशान हैं। वही अन्य जिलों से लाकर अंजान लोगों से काम करवाया जा रहा है। जिसमें अधिकतर लोग नाबालिक हैं।
ग्रामीणों ने दी चक्काजाम करने की चेतावनी
ग्रामीणों ने आगे कहा कि, इस फार्म चलाने के लिए ग्राम सभा का अनुमोदन भी नहीं है। क्योंकि, ग्राम पेटेचुवा आदिवासी अंचल ग्राम है, जहां 5वी अनुसूची लागू है। ऐसे में इस तरह से अवैध संचालित पोल्ट्री फार्म को बंद करवा कर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। ग्रामीणों ने 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि, हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम नेशनल हाइवे 930 पर चक्का जाम करेंगे। वहीं दुष्कर्म के फरार आरोपी को भी जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की गई है।
पोल्ट्री फार्म को जारी किया गया नोटिस
पोल्ट्री फार्म में दुष्कर्म की घटना के बाद से ग्रामीण बड़े डरे हुए हैं। फार्म में काम करनेवाले अधिकतर लोग नाबालिक निकले हैं। ऐसे में 14 साल के कम उम्र के बच्चे को बाल श्रम और 18 साल के कम उम्र के बच्चो के लिए किशोर न्याय के तहत अब फार्म संचालक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि, फार्म संचालक के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।