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जागरूकता के लाख प्रयासों के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में पालक आज भी नाबालिग बच्चों की शादी कराने की कोशिशें करने से बाज नहीं आ रहे।

कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। हाथों में मेंहदी और विवाह मंडप में दूल्हा- दुल्हन की हल्दी की रस्म चल ही रही थी, घर वाले भी शादी की तैयारी में व्यस्त थे...कि तभी अचानक आ धमकी पुलिस और शादी बीच में रोकनी पड़ी। 

जी हां...ये माजरा है बलौदाबाजार जिले के पलारी थाना क्षेत्र के ग्राम अमेरा का है। जहां एक नाबालिग जोड़ी किशोर एवम किशोरी का विवाह कराया जा रहा था। 3 जुलाई बुधवार को बलौदा बाजार जिला हेल्पलाइन नंबर 1098 में सूचना मिली कि] पलारी थाना अंतर्गत ग्राम अमेरा में नाबालिग किशोर एवं किशोरी का विवाह करवाया जा रहा है। जिस पर तुरंत ही महिला बाल विकास चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम एवं पलारी पुलिस थाना की संयुक्त टीम मौके पर पहुंच कर दोनों नाबालिगों का विवाह रुकवाया। 

प्रशासन की सूझ-बूझ काम आई
 
महिला एवम बाल विकास विभाग की रेस्क्यू टीम के द्वारा नाबालिग की हो रही शादी रुकवा दी गई। पलारी के महिला बाल विकास विभाग के कंट्रोल रूम की टीम ने लड़के एवम लड़की का जन्म प्रमाण पत्र एवम स्कूल का सर्टिफिकेट चेक किया। जिसमें दोनो नाबालिग पाए गए। नाबालिग लड़का जो 16 साल 9 महीने का निकला, वहीं लड़की का जन्म संबंधी दस्तावेज में उम्र 18 से कम पाया गया है। 

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सखी सेंटर भेजी गई लड़की

दोनो का विवाह उनके परिजनों के द्वारा किया जा रहा है। जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए रेस्क्यू टीम के द्वारा नाबालिग का विवाह रुकवाया गया एवम उनके घरवालों को समझाइश दी गई कि, अपने बच्चों का विवाह 18 वर्ष होने के बाद ही करें। लड़की को सखी सेंटर बलौदाबाजार के सुपुर्द किया गया है।

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