कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के दामाखेड़ा में बन रहे कबीर सागर तालाब सौंदर्यीकरण के लिए बनाए गए बाउंड्री वाल दो दिन पूर्व हुए मूसलाधार बारिश में भर- भरा कर गिर पड़ा। जिससे उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
दरसअल, कबीर धर्म नगर दामाखेड़ा में कबीर पंथ के धर्म गुरु प्रकाश मुनि नाम साहेब की विशेष मांग पर यज्ञ शाला के पीछे स्थित कबीर सागर तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग द्वारा 22.43 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी थी। जिसका भूमिपूजन तत्कालीन सीएम भुपेश बघेल ने किया था। जिसका निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी विभाग है। विगत एक वर्ष से तालाब में निर्माण कार्य जारी है। कबीर सागर तालाब में अंदर की ओर से सपोर्टिंग के लिए चारों ओर से कांक्रीट का बाउंड्री वॉल बनना है ताकि मिट्टी बह कर तालाब में न आ सके।
बलौदाबाजार- दामाखेड़ा में बन रहे कबीर सागर तालाब सौंदर्यीकरण के लिए बनाए गए बाउंड्री वाल दो दिन पूर्व हुए मूसलाधार बारिश में भर- भराकर कर गिर पड़ा. @BalodaBazarDist #Chhattisgarh #HeavyRain pic.twitter.com/rbQDC4Bfqy
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 29, 2024
गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
कबीर तालाब में अंदर की ओर से बाउंड्री वॉल बन कर तैयार हो गया है तथा उसके मेड़ को मुरूम और मिट्टी से फिलिंग किया गया है। बीते सप्ताह भर से क्षेत्र में हो रहे अनवरत बारिश एवं अतिवृष्टि के कारण तालाब का पार धंस गया। वहीं अत्यधिक दबाव होने के कारण विभिन्न जगहों से बाउंड्री वाल भरभराकर गिर गया। उक्त घटना के बाद निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। वहीं इसमें घोर लापारवाही और भ्रष्टाचार करने की बात सामने आ रही है। बहरहाल करोड़ों रुपए की लागत से हो रहे निर्माण कार्य में इंजीनियर और ठेकेदार की लापारवाही के साथ ही साथ पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा निर्माण की मोनिटरिंग ना करना स्पष्ट रूप से लापरवाही को दर्शा रहा है।