कुश अग्रवाल-बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में 10 जून को हुई आगजनी की घटना के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस पैनी नजर रखे हुएं है। जिसके तहत प्रशासन को बड़ी सफलता मिल रही है। कानून व्यवस्था के संदर्भ में सोशल मीडिया के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया में जिले के सम्बन्ध में चल रहे गतिविधियों पर निगरानी रखने एवं नकारात्मक गतिविधियों सम्बन्धी लेखों पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु जिला स्तरीय सोशल मीडिया निगरानी समिति का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से सोशल मीडिया में नकारात्मक लेखों,तथ्यों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।
अब तक 55 लोगों हुई पहचान
जिला स्तरीय सोशल मीडिया निगरानी समिति ने अब तक 55 संदिग्ध प्रकरण जिसमे (फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप एवं ट्वीटर की आईडी) पहचान कर एसडीएम के माध्यम से एसडीओपी को लगातार भेजा जा रहा है। जिसमें सायबर पुलिस और थाना प्रभारियों की मदद से 3 पर अपराध दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही आज अन्य 4 व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। इन सभी केस में अनुविभाग बलौदाबाजार 49, कसडोल 5 और सिमगा के 1 प्रकरण शामिल है। सायबर सेल टीम के द्वारा लगातार संदिग्ध आईडी की पहचान हेतु गूगल, इंस्टाग्राम,फेसबुक, व्हाट्सप कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है।
भड़काऊ पोस्ट किया, तो होगी सख्त करवाई
कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले वासियों से अपील करते हुए किसी भी व्यक्ति को सोशल मीडिया में भड़काऊ कंटेन पोस्ट करने बचने कहा है। यदि किसी भी व्यक्ति का पोस्ट भड़काऊ या सामजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला होगा तो निश्चित ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। अवैधानिक और आपत्तिजनक पोस्ट,कमेंट्स आदि पाये जाने पर समिति प्रतिदिन जानकारी संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं संबंधित अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को तुरंत करवाई हेतु भेजा जा रहा है।