रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के कोतवाली थाना में स्वास्थ्यकर्मी गुरुचंद मंडल की मौत हो गई थी। जिसके बाद जमकर बवाल हुआ और सियासत भी खूब हो रही है। इसी बीच रविवार को एसपी वैभव बैंकर ने एक्शन लेते हुए एक हेड कांस्टेबल और सात आरक्षक लाइन अटैच कर दिया है। इससे पहले उन्होंने टीआई और एक आरक्षक को लाइन हाजिर कर दिया था।
यह है पूरा मामला...
उल्लेखनीय है कि, शहर के कोतवाली थाने के वाशरूम में एक युवक ने फांसी लगा ली थी। उस युवक को एक मामले में पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि, थाने में फांसी लगाने की खबर फैलते ही कांग्रेसी पार्टी से जुड़े कुछ लोग वहां पहुंचे। उनके साथ कुछ स्थानीय लोग लगा भी शामिल थे। इन लोगों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके साथ लोगों की भीड़ थाने के बाहर जमा होने लगी। हंगामा बढ़ता ही चला गया।
स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ था मृतक
मिली जानकारी के मुताबिक, थाने में फांसी लगाने वाला युवक एनआरएचएम में चपरासी के पद पर पदस्थ था। मृतक का नाम गुरुचरण मंडल था, वह संतोषीनगर गांव का रहने वाला था। उसके कुछ साथी स्वास्थ्यकर्मी भी कोतवाली थाने पहुंचे थे। वे लोग इस घटना की न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। उधर इस बीच मृतक के पिता को भी थाने के अंदर रखा गया था।
हाईवे पर लगाया जाम, पुलिसकर्मियों के साथ झड़प
कोतवाली थाने के सामने मौजूद भीड़ का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा था। थोड़ी ही देर में भीड़ ने हाईवे पर जाम लगा दिया। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और स्थानीय सड़कों पर उतर आए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताने लगे। कोतवाली थाने के सामने मृत युवक के परिजनों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इसी झड़प में पुलिस थाने की रेलिंग टूट गई।
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थाने पर पथराव के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
इसके बाद भी लोगों का आक्रोश थमा नहीं और हंगामा जारी रहा। थोड़ी ही देर बाद थाने के बाहर जमा लोगों ने पुलिस वालों और थाना परिसर पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। स्थित काबू से बाहर होता देख् पुलिस ने आंसू गैस के गोले थाने के सामने ही फेंके। लेकिन उसका भी भीड़ पर कोई असर होता नहीं दिखा। खबर लिखे जाने तक थाने के बाहर हंगामा जारी है।