कुश अग्रवाल-पलारी। छत्तीसगढ़ के पलारी तहसील अंतर्गत ग्राम गोंडा में सरपंच द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कराये जा रहे व्यावसायिक परिसर निर्माण पर आखिरकार प्रशासन के अधिकारियों ने पहुंचकर रोक लगा दी है। वहीं सरपंच और पंचों सहित ग्रामीणों का बयान भी लिया है प्रशासन ने भी माना है कि, उक्त निर्माण बिना अनुमति के किया जा रहा था।
पूरा मामला पलारी तहसील अंतर्गत ग्राम गोड़ा का है जहां मुख्य मार्ग में पुलिया के पास 3 वर्ष पूर्व व्यावसायिक परिसर में कमरा देने के नाम पर 25-30 हितग्राहियों से लाखों रुपये ठगी करने का मामला निकलकर सामने आया था। इस पर ग्रामीणों का आरोप था कि, ग्राम पंचायत गोड़ा की सरंपच कौशिल्या साहू और सरपंच प्रतिनिधि डायमंड साहू ने हितग्राहियों से राशि तो जमा करवा ली। लेकिन कमरा देने के नाम पर अब आनाकानी कर रहे हैं।
कलेक्टर से शिकायत के बाद हुआ एक्शन
वहीं ग्रामीणों ने इस पुरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर बलौदा बाजार से की है। जिस पर तहसीलदार पलारी और जनपद पंचायत सीईओ ने मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण पर रोक लगवा दिया है। लेकिन सवाल अभी भी वही दुकान बना कर देने का वादा कर ग्रामीणों से ठगी करने वाले सरपंच पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है।