महेंद्र विश्वकर्मा- जगदलपुर। बस्तर जिले के माचकोट रेंज के अंतर्गत ग्राम तरईगुड़ा के घर का ताला तोड़कर चीतल का मांस, टंगिया, चाकू आदि वन विभाग की टीम ने शुक्रवार की रात को पहुंचकर जब्त किया। बताया जा रहा है कि, 5 ग्रामीण चीतल का शिकार कर मांस को खाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन वन विभाग टीम के पहुंचने से पहले ही गांव से फरार हो गए थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माचकोट परिक्षेत्र के बीट गार्ड को मुखबीर से सूचना मिली कि, ग्राम तरईगुड़ा के 5 ग्रामीणों ने चीतल का शिकार कर ग्रामीण के घर में चीतल का मांस पका रहे हैं। इस पर सीसीएफ आरसी दुग्गा, डीएफओ उत्तम कुमार गुप्ता के निर्देश पर एसडीओ देवलाल दुग्गा, योगेश रात्रे एवं माचकोट परिक्षेत्र अधिकारी सूर्य प्रकाश ध्रुव के नेतृत्व में 8 लोगों की टीम 4 अप्रैल की रात लगभग 9 बजे तरईगुड़ा गांव पहुंचे। वहां ग्रामीण के घर में ताला लगा होने से पंचनामा कर ताला तोड़कर घर के अंदर पहुंचकर निरीक्षण किया, जहां चूल्हे में दो गंज मांस मिला। घर के बाहर टंगिया, चाकू मिला। मांस, दो गंज, टंगिया, चाकू को जप्त कर वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। गांव के ग्रामीणों से बातचीत की तो पता चला कि, जो घर में मांस मिला वहां का ग्रामीण सहित पांचों ग्रामीण फरार हो गए थे।

शिकार करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
वन विभाग जगदलपुर वृत्त के मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा एवं वन मंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता ने वन्यजीव अपराध अवैध शिकार रोकने हेतु वन अमलो को तत्पर रहने और स्थानीय लोगों से सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी कि, क्षेत्र में अवैध कटाई, वन्यजीवों का शिकार करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में वन विभाग और स्थानीय पुलिस मिलकर फरार आरोपियों को पकड़ने की कार्यवाही की जा रही है।