जीवानंद हलधर- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के तोकापाल ब्लाक के केशलूर वेयर हाउस इलाके के ग्रामीण इन दिनों कीड़ों से काफी परेशान हैं। जिससे वेयर हाउस में रखे हजारों टन चावल देखभाल नहीं होने से कीड़ों ने गोदाम में अपना कब्जा जमा रखा है। अब ये कीड़े किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ हैं और ये कीड़े अब उड़ कर ग्रामीणों के घरों तक पहुंच रहे हैं।
दरसअल, ग्राम पंचायत केशलूर के मुरुमगुड़ा पारा में वेयरहाउस बना हुआ है। इस वेयरहाउस से तोकापाल, दरभा और बास्तानार के सभी सरकारी उचित मूल्य की दुकानों में राशन पहुंचाया जाता है। जिसके कारण इस वेयर हाउस में प्रति महीनों हजारों क्विंटल चांवल का भंडारण किया जाता है। लगातार हो रहे चांवल के भंडारण से और जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण अब इन चावलों में कीड़े उत्त्पन्न होने लगे हैं। अब हजारों कीड़े हवा में उड़कर लोगों के घरों तक पहुंच गए हैं। वहीं कई बार गांव के लोगों के द्वारा वेयर हाउस प्रबंधक से शिकायत भी की गई। लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा ना ही कीड़ों को खत्म करने की दवाई का छिड़काव किया गया था और ना ही इसके लिए कोई उचित उपाय किया गया था। जिसके चलते वेयर हाउस से लगे आस- पास के गांव में कीड़ो की काफी समस्या बनी हुई है।
बस्तर जिले के तोकापाल ब्लाक के केशलूर वेयर हाउस इलाके के ग्रामीण इन दिनों कीड़ों से काफी परेशान हैं। जिससे वेयर हाउस में रखे हजारों टन चावल देखभाल नहीं होने से कीड़ों ने अपना कब्जा जमा रखा है. @BastarDistrict #ChhattisgarhNews pic.twitter.com/9dGGhuOPxg
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 7, 2024
वेयर हाउस प्रबंधक बोले- दवाइयों का किया जा रहा है छिड़काव
इस मामले पर वेयर हाउस प्रबंधक ने बताया कि, चांवल की बोरियों को ढकने के लिए उन्हें समय पर कवर नहीं दिया गया। लेकिन अब कवर आ चुके हैं और कीड़ों की समस्या को देखते हुए दवा का छिड़काव भी लगातार किया जा रहा है। साथ ही गांवों में भी टीम जाकर दवाई का छिड़काव कर रही है और अब कीड़ों का प्रकोप धीरे- धीरे कम होता जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, कीड़ों की समस्या जून- जुलाई महीने के दौरान काफी देखी जाती है। यही कारण है कि, इस मौसम में कीड़े निकलते हैं। लेकिन अब पूरे वेयर हाऊस में कीड़ो को खत्म करने के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। ताकि कीड़ों की समस्या से जल्द निजात मिल सके। साथ ही साथ वेयर हाउस में रखे हजारों टन चावल को अब कवरिंग भी कर दिया गया है। ताकि जल्द कीड़े जैसी समस्या से सभी को निजात मिल सके।