प्रेम सोमवंशी-कोटा। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के आध्यात्मिक नगरी रतनपुर के प्रसिद्ध भैरव सिद्ध तंत्र पीठ में नौ दिनों तक चले भैरव जयंती समारोह का शुक्रवार को समापन हुआ। भैरव बाबा के भक्तों ने 151 कन्याओं के और 31 ब्राह्मणों के चरण पखारे और उनकी पूजा अर्चना की। महंत पंडित जागेश्वर अवस्थी और साधु संतों ने बालिकाओं की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। उन्हें हलवा, पूड़ी, मिष्ठान और केला सेब जैसे फल और श्रृंगार सामग्री भेंट की।
कोटा। #भैरव_जयंती_महोत्सव का समापन, 151 कन्याओं और ब्राह्मणों के पखारे पांव, महाभंडारे का आयोजन. @BilaspurDist #Chhattisgarh pic.twitter.com/yfs64Yv9bu
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 30, 2024
साथ ही ब्राह्मणों की भी पूजा अर्चना की गई। हजारों श्रद्धालुओं ने ब्राह्मणों से आशीर्वाद प्राप्त किया। फिर महाभंडारा में हजारों लोगों ने भोजन-प्रसाद ग्रहण किया। नौ दिनों तक देश के अलग-अलग जगहों से आए साधु संतों ने प्रदेशवसियों के मंगल की कामना की।
सफल आयोजन के लिए पंडित जागेश्वर अवस्थी ने जताया आभार
महंत पंडित जागेश्वर अवस्थी ने सफल आयोजन के लिए सभी श्रद्धालुओं और साधु संतों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि, विश्व कल्याण की कामना से भगवान भैरव बाबा की नौ दिनों तक विशेष हवन अनुष्ठान किया गया। सभी भक्तों ने इसे सफल बनाने में सहयोग किया। इसमें मुख्य रूप से पं. दिलीप दुबे, पं कान्हा तिवारी पं. महेश्वर पाण्डेय, पं. राजेंद्र दुबे,पं. राजेशवर मिश्रा, विक्की अवस्थी, सोनू, आचार्य गिरधारी लाल पाण्डेय, पं. अवनीश मिश्रा, पं. बल्ला दुबे, पं. गौरीशंकर तिवारी, पं. राम सुमित तिवारी, यशवंत पाण्डेय ने सहयोग किया।