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सरकार ने अब भारत ब्रांड चावल को आमजनों तक आसान तरीके से पहुंचाने के लिए अपनी शतों में कई बदलाव किए हैं। अब एफसीआई से आमजन भी उठाव कर सकेंगे। 

सचिन अवाहरि - राजनांदगांव। भारत ब्रांड चावल की आड़ में छत्तीसगढ़ सहित कुछ राज्यों में फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने अब भारत ब्रांड चावल को आमजनों तक आसान तरीके से पहुंचाने के लिए अपनी शतों में कई बदलाव किए हैं। अब एफसीआई से आमजन भी उठाव कर सकेंगे। इसके साथ ही जहां पहले 19 रुपए में चावल एफसीआई से डीलर को मिल रहा था, अब इसका दाम बढ़ाकर 24 रुपए कर दिया गया है। इधर देशभर के गोदामों में डंप लाखों मीट्रिक टन चावल को बेचने के लिए भी केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है। एफसीआई के जरिये लोगों को 2800 रुपए क्विंटल में चावल मिलेगा यानी 28 रुपए में एक किलो।

हरिभूमि ने हाल ही में छत्तीसगढ़ में करोड़ों रुपए के भारत ब्रांड केंद्र ने बढ़ाया भारत चावल की अफरा-तफरी किए जाने का मामला उजागर किया था। इस मामले के पर्दाफाश होने के बाद जांच एजेंसी लगातार मामले की पड़ताल में जुटी है। इस तरह की शिकायतें सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने भी मामले में एक बड़ा निर्णय लिया है। इस अफरा-तफरी को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अब भारत ब्रांड चावल के रेट को बढ़ा दिया है। सूत्रों ने बताया कि डीलर को अभी तक 19 रुपए किलो की दर पर चावल मिल रहा था। डीलर को इसकी पांच और दस किलो की पैकिंग बनाकर 28 रुपए किलो में बाजार में बेचना था, लेकिन राज्य में आम उपभोक्ताओं के बजाए इसे सीधे राईस मिलरों को बेच दिया गया है। केंद्र सरकार ने अब डीलर को 24 रुपए किलो की दर पर चावल देने का निर्णय लिया है। भारत ब्रांड चावल का रेट पांच सौ रुपए बढ़ाए जाने के बाद इस अफरा- तफरी को रोकने की कोशिश की गई है।

बाजार में मिलेगा 28 रुपए में चावल

भारत ब्रांड के अलावा केंद्र सरकार ने अब बाजार में सीधे 28 रुपए किलो में चावल बेचने की भी तैयारी की है। केंद्र सरकार ने एफसीआई के जरिये 2800 रुपए क्विंटल की दर पर लोगों को चावल बेचने का आदेश जारी कर दिया है। बताया जाता है कि देशभर के एफसीआई गोदामों में लाखों मैट्रिक टन चावल रखा हुआ है। यही कारण है कि इस चावल को अब सीधे बाजार में बेचकर केंद्र सरकार चावल की दरों को नियंत्रित रखने के साथ-साथ मुनाफा भी अर्जित करेगी।

धान खरीदी के कारण बंफर आवक

छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उड़ीसा सहित कुछ राज्यों में 3100 रुपए क्विंटल में धान की सरकारी खरीदी की जा रही है। महाराष्ट्र में होने वाले विस चुनाव के दौरान भी भाजपा इस वायदे को लेकर किसानों को रिझाने की कोशिश में जुटी है। राज्यों द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही धान की खरीदी के चलते चावल की बंपर आवक हो रही है। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने चावल को बाजार में बेचने की तैयारी की है।

छत्तीसगढ़ के चावल की महाराष्ट्र में सप्लाई

भारत ब्रांड चावल की अफरातफरी के मामले में महाराष्ट्र के गोंदिया और आमगांव के मिलर्स के नाम भी सामने आ रहे है। बताया जाता है कि राजनांदगांव स्थित एफसीआई गोदाम से मिलरों ने ट्रकों के जरिए चावल को महाराष्ट्र में सप्लाई कर दी है। जांच एजेंसी इस मामले में पतासाजी में जुटी हुई है।

 

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