रायपुर- भारत विकास परिषद की नवीन कार्यकारिणी का दायित्व शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम रविवार यानी 28 अप्रैल को पंजाब केसरी भवन में किया गया था। दायित्व शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बिलासपुर में रहने वाले छत्तीसगढ़ प्रांत के अध्यक्ष बृजेश तिवारी ने कार्यकारिणी सदस्यों को कार्यभार संभालने की शपथ दिलाई है।
बता दें, अध्यक्ष बृजेश तिवारी ने मुरारी काबरा को अध्यक्ष पद का जिम्मा सौंपा, शरण गोयल को उपाध्यक्ष बनाया गया, पवन गौड़ को सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। ललित गोलानी को कोषाध्यक्ष और बाकी 10 कार्यकारिणी सदस्यों को संयोजक के रूप में शपथ दिलाई हैं। भारत विकास परिषद में समर्पण भाव से अपनी सेवा देने के लिए इन सभी कार्यकारिणी को शपथ दिलाई गई है।
इस संस्थान का उद्देश्य क्या है
भारत विकास परिषद का मुख्य उद्देश्य नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करना, सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाना, सामाजिक, नैतिक, राष्ट्रीय और आध्यत्मिक विकास के लिए बेहतर दिशा में कार्य करना है। इस संस्थान की शुरूआत 1963 में दिल्ली में हुई थी। लंबे समय से स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरणा लेकर कार्यकारिणी सदस्य गरीबों और समाज को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं।
भारत विकास परिषद का पहला नाम क्या था
आपकी जानकारी के लिए बता दें, भारत विकास परिषद का पहला नाम 'नागरिक समिति' रखा गया था। भारत के प्रमुख उद्योगपतियों लाल हंसराज और डॉ. सूरज प्रकाश ने इस संस्थान की नींव रखी थी। हालांकि इसके बाद इसका नाम 'भारत विकास परिषद' रख दिया गया।