रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने ड्रग्स सप्लाई करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने रायपुर के होटल शैमरॉक ग्रीन्स और धोतरे मैरिज पैलेस से 4 ड्रग्स सप्लायर्स को पकड़ा है। कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा धोतरे मैरिज पैलेस के एक कमरे में पुलिस के हत्थे चढ़े। उनसे पूछताछ से मिली लीड के आधार पर शैमरॉक होटल में छापा मारकर आयुष अग्रवाल और महेश सिंह को पकड़ा गया।
रायपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस ने बताया कि, यह गैंग वाट्सएप ग्रुप से ड्रग्स सप्लाई कर रहा था और लेनदेन भी इसी के जरिए किया जा रहा था। पकड़े गए आरोपियों से 17 छोटे जिप पैकेट्स में 2100 मिलीग्राम एमडीएमए एवं 6600 मिलीग्राम कोकीन मिली है। इन ड्रग्स की कीमत बाजार में लगभग 45 लाख रुपए आंकी गई है। पुलिस को इन ड्रग्स सप्लायरों के पास से इलेक्ट्रानिक तराजू और मोबाइल फोन के अलावा एक आडी कार भी मिली है। कार दिल्ली पासिंग बताई गई है।
दिल्ली से ड्रग्स लाकर बेच रहे थे
पुलिस अफसरों के मुताबिक, चारों आरोपियों से पूछताछ में यह बात आई कि वे एमडीएमए और कोकीन ये लोग दिल्ली से लाकर रायपुर में बेच रहे थे। इनमें महेश सिंह दिल्ली से ड्रग्स लाकर आयुष अग्रवाल को देता था। आयुष अपनी पैडलर कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा के जरिए इसे लोगों तक पहुंचाता था। गिरफ्तार चारों लोगों ने अपने नाम बदलकर प्रोफेसर (आयुष अग्रवाल), लुसीफर (कुसुम हिंदुजा) तथा बर्लिन आदि रखे हुए थे। सभी के खिलाफ खम्हारडीह थाने में नारकोटिक्स एक्ट का केस बनाया गया है।
आयुष अग्रवाल मुख्य आरोपी
पुलिस ने बताया कि धोतरे मैरिज गार्डन एवं शैमरॉक ग्रीन होटल में लगे कैमरों का फुटेज चेक किया जा रहा है। पुलिस ने इस ड्रग सप्लाई गैंग का मुख्य आरोपी आयुष अग्रवाल को बताया है। वह समता कालोनी का रहने वाला है। इसी तरह कुसुम हिंदुजा अवंति विहार, चिराग शर्मा पुरानी बस्ती और तिल्दा-नेवरा, महेश सिंह खम्हारडीह रायपुर का निवासी बताया गया है।