करन कुमार साहू- बिलाईगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में एक महिला ने बीजेपी नेता समेत कई लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाय लेकिन बाद में महिला मुकर गई। आरोप लगाने वाला महिला ने अब दुष्कर्म के आरोप को वापस ले लिया है। उसका कहना है कि सभी लोग निर्दोष हैं। उसने अपने पति की नौकरी बचाने के लिए यह आरोप लगाया था।
बिलाईगढ़ जिले में एक महिला नेता बीजेपी समेत कई लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। लेकिन अब महिला मुकर गई है। उसने कहा है कि, उसके द्वारा जो दुष्कर्म का आरोप लगाया गया था वह निराधार है। pic.twitter.com/qdtxz6FAmz
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 14, 2024
दरअसल, सरसीवा थाना क्षेत्र की एक महिला ने सारंगढ़ बिलाईगढ़ के बीजेपी जिला अध्यक्ष सुभाष जालान, बिलाईगढ़ के जनपद पंचायत सीईओ प्रतीक प्रधान, समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान और बलौदाबाजार के माखन सिंह कवर पर एक-एक करके दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। महिला ने सभी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया था।
इसके बाद महिला खुद पलट गई और कहा कि सभी लोग निर्दोष हैं। मैंन कभी भाजपा जिला अध्यक्ष सुभाष जालान, जनपद पंचायत बिलाईगढ़ के सीईओ प्रतीक प्रधान से मुलाकात ही नहीं है। बस, मुझे पता चला कि, इन लोगों के कारण मेरे पति की नौकरी चली गई है। इसलिए मैंने उन्हें फसाने के लिए यह आरोप लगाया था, लेकिन अब मैं शपथ पत्र के माध्यम से अपना आवेदन वापस ले रही हूं।
कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ थे महिला के पति
जानकारी के अनुसार, सरसीवा के सहकारी समिति में महिला के पति कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ थे।इस दौरान कुछ खामियां पाई गईं जिसके आधार पर उनके ऊपर कार्रवाई की गई। इसकी जानकारी जब महिला को हुई तब उनके द्वारा क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों के ऊपर दुष्कर्म के आरोप की शिकायत थाने में की गई।
पहले भी प्रतिष्ठित लोगों पर लगाया गया है झूठा आरोप
दुष्कर्म जैसे मामले में प्रतिष्ठित लोगों को फंसाने का यह पहला मामला नहीं है। सरसीवा थाना क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न गांवों में लगातार दुष्कर्म जैसे झूठे आरोप लगाकर प्रतिष्ठित लोगों को फसाने का खेल जोर सोर से चल रहा है। इससे पहले भी जनपद पंचायत बिलाईगढ़ में पदस्थ दो तकनीकी सहायकों के ऊपर भी दुष्कर्म का आरोप लगाकर महिला ने न्यायालय में अपना आरोप झूठा बताते हुए वापस ले लिया था। इसके साथ ही अन्य और कई मामले में यहां से निकल कर सामने आते हैं।
आखिर इन सब के पीछे क्या वजह है और इस प्रकार से झूठा आरोप लगाने वालों पर क्या कोई कार्रवाई नहीं होती। यह आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन पुलिस को भी इस पूरे मामले में संज्ञान लेने की आवश्यकता है।