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भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी मिस्ड कॉल करके भाजपा की सदस्यता ले ली है। इसी के साथ और भी कई ऐसे सदस्य हैं जिनको निष्कासित किया गया है।

रायपुर। भाजपा का सदस्यता अभियान प्रारंभ होने के बाद भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने भी मिस्ड कॉल करके भाजपा की सदस्यता ले ली है। इसी के साथ और भी कई ऐसे सदस्य हैं जिनको निष्कासित किया गया है, उन लोगों ने भी सदस्यता ले ली है, लेकिन महज मिस्ड कॉल करके सदस्यता लेने से कुछ होने वाला नहीं है। सत्यापन के बाद ही तय होगा कि कौन भाजपा का सदस्य रहेगा कौन नहीं। इसी के साथ सक्रिय सदस्य के लिए जहां 50 सदस्य बनाना जरूरी है, वहीं इसके बाद जिलाध्यक्ष और जिले के प्रभारी की भी सहमति जरूरी होने पर सक्रिय सदस्यता मिलेगी।

भाजपा का देश भर में सदस्यता अभियान दो सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले सदस्य बनने के बाद से प्रारंभ हो गया है। श्री मोदी के सदस्य बनने के बाद सदस्य बनने के लिए मिस्ड कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर जारी किया गया। नंबर जारी होने के साथ ही मिस्ड कॉल करके सदस्य बनने की होड़ लग गई है। छत्तीसगढ़ में भी थोक में ऐसे लोग सदस्य बन गए हैं जिनको भाजपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसी के साथ कई ऐसे लोगों के भी सदस्य बनने की बात सामने आ रही है जिन पर अपराधिक मामले भी हैं। कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि अपराधी भी भाजपा के सदस्य बन गए हैं। ऐसे में इस बात को लेकर बहस हो रही है कि ऐसे लोगों काक्या होगा।

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सक्रिय सदस्यता का यह पैमाना

प्राथमिक सदस्यता के बाद सक्रिय सदस्य बनना होता है। इसके लिए 50 सदस्य बनाने होते हैं। लेकिन महज 50 सदस्य बनाने से कोई सक्रिय सदस्य नहीं बन जाता है। इसके लिए यह जरूरी है जिलाध्यक्ष और जिले के प्रभारी जब तक सक्रिय सदस्य के नाम पर सहमति नहीं देंगे किसी को सक्रिय सदस्यता नहीं मिलेगी। सक्रिय सदस्यों को ही पार्टी में कोई पद दिया जाता है।

सत्यापन जरूरी

सबसे अहम बात यह है कि सदस्यता के लिए सत्यापन जरूरी है। सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अनुराग सिंहदेव के मुताबिक जो सीधे मिस्ड कॉल करके सदस्य बन गए उनकी भी पूरी सूची सदस्यता अभियान के समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय संगठन से आ जाएगी। सूची के एक-एक सदस्य का सत्यापन जरूरी है। सत्यापन के बिना कोई भी सदस्य नहीं बन सकता है। हर सदस्य का जिलों में सत्यापन होगा। जिनके नाम जिलों से सत्यापन के बाद आएंगे वहीं सदस्य होंगे।

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ऑफलाइन भी भराए जाएंगे फार्म

भाजपा नेताओं का साफ कहना है कि महज मिस्ड कॉल करके सदस्य बनने से कुछ नहीं होना है। इस बार तय किया गया है बूथ स्तर से भाजपा के कार्यकर्ता ही सदस्य बनाने का काम करेंगे। इसी के साथ जो मिस्ड कॉल करके भी सदस्य बन रहे हैं, उनको ऑफलाइन फार्म भी भरने हैं। ऑफलाइन फार्म भरने के बाद इसका बूथ स्तर से लेकर शक्ति केंद्र, मंडल, जिला स्तर पर रजिस्टर में नाम दर्ज रहेगा। इसकी एक प्रति प्रदेश संगठन के पास भी आएगी।

सत्यापन के बाद ही माना जाएगा सदस्य

सदस्यता अभियान प्रदेश संयोजक अनुराग सिंहदेव ने बताया कि, सदस्यता के लिए सत्यापन की संगठन में पहले से ही प्रक्रिया है। इस बार जिलों में रजिस्टर भी बनाया जा रहा है। सदस्यता के लिए जिलों में सत्यापन होगा। सत्यापन के बाद ही किसी को सदस्य माना जाएगा। 


 

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