उमेश यादव-कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक युवा एसईसीएल कर्मी दीपक यादव की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। वहां पर 14 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पीएम कर शव वापस नहीं किया गया। इससे नाराज परिजन अस्पताल के बाहर खड़े होकर शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
परिजनों का कहना है कि, हमें बड़ी खुशी हुई थी जब जिला चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज का दर्जा मिला था। इस अस्पताल में 100 से ज्यादा डॉक्टर्स की नियुक्ति हुई। अस्पताल में मरीजों से ज्यादा डॉक्टर्स नजर आने लगे। हमें लगा कि, अब हमें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगा। इलाज से लेकर बाकी के सारे काम फटाफट से हो जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। परिजनों का कहना है कि, यहां पदस्थ डॉक्टर्स लापरवाह हैं।
कोरबा- पोस्टमार्टम के लिए शव लेकर गए परिजन, 14 घंटे इंतजार के बाद भी अस्पताल ने नहीं लौटाया शव. @KorbaDist #ChhattisgarhNews #deadbody #hopital pic.twitter.com/zq33GOaqIn
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 2, 2024
14 घंटे बीत जाने के बाद भी परिजनों को नहीं सौंपा शव
परिजनों ने कहा कि, अब तो लापरवाही की हद ही पार हो गई। 28 साल के एसईसीएल कुसमुंडा कर्मी दीपक यादव की कल रात सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे पीएम करवाने के लिए शव को लेकर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर्स से पोस्टमार्टम कर शव जल्द सौंपने की गुजारिश की। ताकि वे अंतिम संस्कार कर सकें। लेकिन 14 घंटे बीत जाने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने शव नहीं सौंपा है। इससे परिजन काफी परेशान हैं। परिजनों ने कहा इससे बेहतर है कि, मेडिकल कॉलेज ही बंद कर दो।