रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम की शैक्षणिक सत्र 2024-25 की नई किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का मामले में प्रदेश सरकार ने पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक को निलंबित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा छापी गई वर्ष 2024-25 सत्र की नई किताबों को कबाड़ में बेचे जाने की घटना के प्रकाश में आने पर तत्काल गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले को इस घटना की जांच के निर्देश दिए थे। जांच के उपरांत छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रेम प्रकाश शर्मा की प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
माँ सरस्वती का घोर अपमान!
— Vikas Upadhyay (@_vikasupadhyay) September 15, 2024
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़!
रायपुर के सिलियारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल में लाखों किताबें कबाड़ में बिक रहीं है, जिनका स्थान बच्चों के स्कूल बैग में होना था, उनका इस तरह से कबाड़ में जाना बेहद चिंताजनक है।
माननीय मुख्यमंत्री जी जो स्वयं शिक्षा विभाग… pic.twitter.com/9736G44pAV
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भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम के तीखे तेवर
उल्लेखनीय है कि, बीते दिनों सीएम के रौद्र रूप कई प्रशासनिक निर्णयों में दृष्टिगोचर हुए हैं। सीएम शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों में बिलकुल भी लापरवाही नहीं चाहते। मुख्यमंत्री श्री साय ने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता बरतने वाले लापरवाह अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कारवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुशासन की सरकार है और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के द्वारा अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी तथा लापरवाह अधिकारियों पर तत्काल कड़ी कारवाई सुनिश्चित की जाएगी।