कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में गरीब विधवा महिला के घर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। केजीया बाई ने 20 साल कच्चे मकान में गुजारने के बाद पीएम आवास के तहत घर बनवाया था। जिसकी पहली किस्त 40 हजार भी मिल चुकी है। लेकिन प्रशासन की टीम ने नियमों को नजरंदाज करते हुए महिला को कड़ी ठंड में घर से बेघर कर दिया।
बलौदाबाजार। अतिक्रमण हटाने के नाम पर प्रशासन ने पीएम आवास योजना के तहत बने बुजुर्ग विधवा महिला के मकान को बुलडोजर से ढहा दिया। #ChhattisgarhNews @BalodaBazarDist @ChhattisgarhCMO #haribhoomi pic.twitter.com/ZwEbo4Eqvq
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) November 20, 2024
दरअसल यह पूरा मामला पलारी तहसील अंतर्गत ग्राम केसला का है। जहां दो दिन पहले एक महिला केजीया बाई फेकर का 3 कमरे का मकान ढहा दिया गया। बुजुर्ग महिला रोती गिड़गिड़ाती रही कि यह मकान उसने 20 साल से कच्चे मकान में रहने के बाद पीएम आवास योजना की स्वीकृति से मिले पैसों से बनवाया है। घर के सामने ग्राम पंचायत द्वारा नल- जल योजना अंतर्गत नल भी लगा है।
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नियमों को टाक पर रखकर की गई कारवाई
लेकिन इतना गिड़गिड़ाने के बाद गांव के सरपंच और तहसीलदार ने पुलिस बल के साथ मकान पर बुलडोजर चलवा दिया। अब इतनी ठंड में महिला के सामने रहने खाने की समस्या आ गई। वहीं यह कारवाई पूरी तरह नियमों को ताक में रखकर मनमानी पूर्वक अधिकारियों ने की है। मामले को लेकर तहसीलदार से फोन कर उनका पक्ष जानने की कोशिश भी की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
एकतरफा कारवाई से लोगों में आक्रोश
एक तरफ सरकार गरीबों को पीएम आवास योजना के तहत मकान बना रही है। लेकिन उन्हीं सरकार के ही अफसर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन को नजर अंदाज कर मनमानी कर रहे हैं। वहीं इस एक तरफा कारवाई को लेकर गांव के लोगों में नाराजगी है। उन्होंने इसके लिए सरपंच सहित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात भी कही। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि, इस ठंड में महिला का घर उजड़ गया अब उसे न्याय कैसे मिलेगा।