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दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान लापरवाही बरतने के मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने नेत्रसर्जन के दो कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया है।

पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मोतियाबिंद ऑपरेशन में लापरवाही मामले में अस्पताल के 2 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जूनियर साइंटिस्ट अभिषेक मंडल और माइक्रो बैलिजस्ट उमाकांत तिवारी बर्खास्त को किया गया। इससे पहले 
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने भी मामले में की कार्यवाही की थी।

यहां देखें आदेश...

मोतियाबिंद के ऑपरेशन में हुई लापरवाही मामले में एक्शन लेते हुए रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने नेत्रसर्जन डॉ. गीता नेताम को निलंबित किया गया था। ऑपरेशन के बाद10 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार 
सर्जरी में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं पाया गया है। 

यह है पूरा मामला 

दंतेवाड़ा जिले में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 10 मरीजों की हालत बिगड़ गई है। आरोप है कि, 20 मरीजों का ऑपरेशन फंगस वाले ओटी में हुआ था। वहीं 10 मरीजों को गंभीर हालत में रायपुर रेफर किया गया है। इम्फेक्शन होने से आंखों में खुजली और दिखना भी बन्द हो गया है। सूचना मिलने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए रायपुर से जांच टीम जिला अस्पताल दंतेवाड़ा पहुंची थी। 

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जांच के दिए आदेश 

वहीं दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान हुई इस बड़ी लापरवाही मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि, मामले का पता मेकाहारा जाकर ही चलेगा कि, क्या वजह है। जरूरत पड़ी तो मामले की जांच भी करवाएंगे। जयसवाल ने आगे कहा कि, अगर मामले में कोई दोषी होगा तो उस पर सख्त कार्रवाई भी करेंगे।

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