रायपुर। छत्तीसगढ़ PSC प्रीलिम्स की एग्जाम रविवार को आयोजित की जाएगी। इस दौरान 26 हजार से अधिक परीक्षार्थी एग्जाम में शामिल होंगे। इसके लिए राज्य के सभी 33 जिलों में एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं। PSC का पहला पेपर 10 से 12 बजे और दूसरा पेपर 3 से 5 बजे तक होगा। जिसमें जनरल स्ट्डीज और एप्टीट्यूड टेस्ट के पेपर शामिल हैं।
CGPSC के 246 पद के लिए डेढ़ लाख से अधिक आवेदन किए गए हैं। जिसके अनुसार एक पद के लिए 642 दावेदार सामने हैं। इस दौरान परीक्षार्थी डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी सहित कई पदों के लिए परीक्षा देंगे।
2023 में रविशंकर वर्मा बने थे पीएससी टॉपर
CGPSC- 2023 की परीक्षा में टॉप- 10 की लिस्ट में बलौदाबाजार जिले के रविशंकर वर्मा ने पहला स्थान हासिल किया था। रविशंकर वर्तमान में बैकुंठपुर में जिला रोजगार अधिकारी के पद पर पदस्थ है। उन्होंने एनआईटी रायपुर से साल 2012 में इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की थी। मुंबई में प्लेसमेंट के बाद 2015 तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पड़ पर काम किया। जिसके बाद साल 2015 में नौकरी छोड़कर रायपुर आकर सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए थे। रविशंकर वर्मा को 2017 से 5 बार परीक्षा के बाद अब सफलता हासिल हुई।
मृणमयी को मिला था दूसरा स्थान
मृणमयी शुक्ला को दूसरा और आस्था शर्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया था। मृणमयी शुक्ला राज्य वित्त सेवा के पद पर कार्यरत है। मृणमयी अपने 6वें प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बनने में सफल रही। इससे पहले मृणमयी का चयन 2016 नायब तहसीलदार के पद पर वहीं 2021 में डीएसपी के पद पर चयन हुआ था। वहीं महासमुंद की नंदिनी साहू अपने दूसरे प्रयास में 5वां स्थान प्राप्त करने में सफल रही है। नंदिनी ने पहले प्रयास में 179वीं रैंक हासिल की थी।
किसान का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर
छपोरा गांव के किसान के बेटे ने CGPSC की परीक्षा में बाजी मारी थी। पुनीत वर्मा, पिता सालिक राम वर्मा का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ था। पुनीत ने 9 स्थान प्राप्त किया था। पुनीत ने बताया कि, घर में पढ़ाई का माहौल नहीं था लेकिन उन्हें आसपास के लोगों को देखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। पुनीत का चयन 2016 में छात्रावास अधीक्षक के पद पर हुआ था। वहीं साल 2018 की पीएससी परीक्षा में सहायक भू-अभिलेख अधिकारी के रूप में चयन हुआ था। वहीं 2021 आबकारी निरीक्षक के पद पर चयन के बाद अब डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं।