रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने भूमिहीन किसानों को लेकर बड़ा फैसला किया है। जिसके तहत दीनदयाल भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना के लिए राज्य सरकार ने किया 500 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। जिसके तहत भूमिहीन कृषि मजदूरों को सरकार प्रति वर्ष 10 हजार रूपये देगी। शनिवार को सीएम विष्णुदेव साय ने अपने X अकॉउंट पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
हमारी सरकार "दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना" के अंतर्गत भूमिहीन परिवारों को प्रतिवर्ष ₹10000 की आर्थिक सहायता राशि देने जा रही है।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 18, 2024
इसके लिए हमारी सरकार के बजट में ₹500 करोड़ का प्रावधान किया गया है। pic.twitter.com/GDTswnFoTX
योजनाओं का नाम बदलने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
छत्तीसगढ़ में योजनाओं का नाम बदलने को लेकर एक बार फिर कांग्रेस बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गई है। राजीव गांधी भूमिहीन मजदूर योजना का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर करने पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, यह सरकार नक्कालों की सरकार है और यह सिर्फ नकल करती है। भूमिहीन मजदूरों के लिए कांग्रेस सरकार ने जो योजना बनाई थी बीजेपी ने उसका नाम बदल दिया। लेकिन योजना को जारी रखा है।
डिप्टी सीएम बोले- कांग्रेस सरकार ने 5 साल में नाम बदलने के अलावा नहीं किया कोई काम
कांग्रेस के नाम बदलने के आरोपों पर डिप्टी सीएम अरुण साव का पलटवार करते हुए कहा कि, कांग्रेस सरकार ने 5 साल में नाम बदलने के अलावा कोई काम नहीं किया है। बीजेपी सरकार की सभी योजनाओं का नाम बदलकर चलाया और जब हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है तो वे बयानबाजी कर रहे हैं।
सांसद सोनी बोले- नक्सलियों से दोस्ती उजागर करे कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से दोस्ती को लेकर एक बार सियासत गर्म हो गई है। जहां बीजेपी सांसद सुनील सोनी ने कहा कि, कांग्रेस बताए नक्सलियों से उसका क्या संबंध है। कितने नक्सलियों से कांग्रेस की दोस्ती है उजगार करे। बीजेपी सरकार उनको भी ढेर कर देगी। यह राजनैतिक नहीं छत्तीसगढ़ के हित का विषय है।
कांग्रेस बोली- बीजेपी से नक्सलियों की दोस्ती, हमनें खोये अपने नेता
नक्सलियों से दोस्ती के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा कि, नक्सलियों से दोस्ती बीजेपी की रही है। हमने तो अपने नेता खोए हैं। बीजेपी सरकार ने नक्सलियों को संरक्षण दिया इसलिए झीरम कांड हुआ। वनवासी कल्याण आश्रम तो नक्सलियों की शरणस्थली रहा ही है। कांग्रेस की सरकार में नक्सल घटनाओं में 80% कमी आई थी।